दिवाली पर कर्मचारियों की हुई बल्ले-बल्ले, कहीं गिफ्ट में मिली कार तो कहीं बाइक
दिवाली का त्योहार नजदीक आ रहा है। ऐसे में कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को दिवाली बोनस और उपहार देना शुरू कर दिया है। इसके लिए कई कंपनियां नकद राशि दे रही हैं तो कई मिठाइयां और सूखे मेवे, लेकिन कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं, जो अपने कर्मचारियों को महंगी चीजें उपहार में दे रही हैं। इन महंगी चीजों में रॉयल एनफील्ड बाइक से लेकर कार तक शामिल हैं। आइये जानते हैं कि ये महंगे उपहार किन कंपनियों ने दिए हैं।
चाय बागान के मालिक ने उपहार में दीं महंगी बाइक
तमिलनाडु के नीलगिरि के कोटागिरी के एक चाय बागान के मालिक पी शिवकुमार ने दिवाली उपहार में अपने कर्मचारियों को रॉयल एनफील्ड बाइक दी हैं। इतनी महंगी बाइक मिलने पर कर्मचारियों की तो खुशी का ठिकाना ही नहीं है। चाबियां मिलते ही वे सभी शिवकुमार के साथ बाइक पर मौज-मस्ती करने के लिए भी जाते हैं। शिवकुमार के मुताबिक, उन्होंने अपने कर्मचारियों के योगदान की सराहना के रूप में इतनी महंगी बाइक उन्हें दिवाली उपहार में दी है।
15 कर्मचारियों को मिलीं बाइक
जानकारी के मुताबिक, शिवकुमार के चाय बागान में पिछले 2 दशकों से लगभग 627 कर्मचारी काम कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने बाइक केवल अपने 15 कर्मचारियों को भी उपहार में दीं हैं। इसमें प्रबंधक, सुपरवाइजर, स्टोरकीपर, कैशियर, फील्ड स्टाफ और ड्राइवर शामिल हैं। बता दें कि शिवकुमार पहले भी अपने कर्मचारियों को महंगे दिवाली उपहार देते थे। उनमें टीवी, वॉशिंग मशीन और फ्रिज जैसे उपकरण शामिल थे, लेकिन इस बार उन्होंने कुछ अलग देने की कोशिश की है।
इस कंपनी ने कर्मचारियों को उपहार में दी कार
शिवकुमार की तरह हरियाणा के पंचकूला में स्थित मिस्टकार्ट फार्मा कंपनी ने भी अपने कर्मचारियों को महंगा दिवाली उपहार दिया है। उन्होंने अपने 12 कर्मचारियों को दिवाली उपहार के रूप में टाटा पंच कार दी है। यह शानदार उपहार पाने वाले कर्मचारियों में ऑफिस बॉय मोहित भी शामिल हैं। यह उपहार पाकर सभी कर्मचारियों बहुत ही खुश हैं। उनका कहना है कि उन्होंने ऐसा उपहार कभी सपने में भी नहीं सोचा था।
फार्मा कंपनी के मालिक ने क्या कहा?
मिस्टकार्ट कंपनी के मालिक एमके भाटिया अपने कर्मचारियों को सेलिब्रिटी कहते हैं। उनका कहना है कि कर्मचारियों की मेहनत की वजह से ही वे आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं। उन्होंने आगे कहा, "मेरे सपने को साकार करने में इन कर्मचारियों का सबसे बड़ा हाथ है क्योंकि ये कर्मचारी शुरुआत से ही मेरे साथ रहें और पूरी लगन से काम किया। ये कार उनकी मेहनत और समर्पण का ही इनाम है।"