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पति-पत्नी ने की है MBA, लेकिन रेलवे स्टेशन के बाहर लगाते है फ़ूड स्टॉल, जानें क्यों

पति-पत्नी ने की है MBA, लेकिन रेलवे स्टेशन के बाहर लगाते है फ़ूड स्टॉल, जानें क्यों

Oct 06, 2019
04:55 pm

क्या है खबर?

MBA करने के बाद अक्सर लोग बड़ी कंपनी में नौकरी करते हैं, लेकिन मुंबई के कांदिवाली स्टेशन के बाहर एक MBA दंपति फ़ूड स्टॉल चलाता है। हर सुबह 4 बजे दंपति स्टॉल लगाता है और ऑफ़िस जाने के लिए 10 बजे स्टॉल बंद कर देता है। दोनों मुंबई स्थित फार्मों में काम करते हैं। इस जोड़े की कहानी आपको हैरान कर सकती है, लेकिन उनकी फ़ूड स्टॉल चलाने के पीछे की कहानी आपको भावुक कर देगी। आइए जानें।

पोस्ट

महिला को कांदिवाली स्टेशन के बाहर दिखा दंपति का फ़ूड स्टॉल, किया ऑनलाइन पोस्ट

इस जोड़े को बुधवार को दीपाली भाटिया नाम की महिला ने देखा था, वह अच्छे खाने की तलाश कर रही थी। महिला ने एक छोटा स्टॉल देखा, जहाँ पोहा, उपमा पराँठे और इडली बिक रहा था। उसने यह मान लिया कि विक्रेता गुजराती हैं और उसने बातचीत शुरू की। तभी उसे पता चला कि दंपति अश्विनी शेनॉय शाह और अंकुश शाह MBA ग्रेजुएट हैं। यह जानते ही दीपाली काफ़ी हैरान हो गईं।

जानकारी

मेड की मदद के लिए दंपति चलाता है फ़ूड स्टॉल

जब दीपाली ने पूछा कि वे फ़ूड स्टॉल क्यों चलाते हैं? दीपाली ने बातचीत के बाद अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि दंपति एक 55 वर्षीय मेड की मदद से पका हुआ खाना बेचता है, क्योंकि उसके पति को लकवा मार गया है।

बयान

दयालुता के सबसे प्रेरणादायक कामों में से एक- दीपाली

अपनी कहानी "दयालुता के सबसे प्रेरणादायक कामों में से एक" कहते हुए दीपाली ने लिखा, "मुंबई की भगाती दुनिया में जहाँ हमारे पास शायद ही कभी रुकने और सोचने का समय हो, यहाँ दो सुपरहीरो हैं, जो किसी और के लिए ख़ुद से ज़्यादा सोचते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "वे अपनी मेड का समर्थन करने के लिए ऐसा काम कर रहे थे, ताकि उन्हें इस उम्र में वित्तीय सहायता के लिए यहाँ-वहाँ दौड़ने की ज़रूरत न पड़े।"

शुरुआत

दंपति जानते थे कि मेड दान नहीं लेगी, इसलिए शुरू किया फ़ूड स्टॉल

श्रीमती शाह ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उनकी मेड कभी भी दान स्वीकार नहीं करती, इसलिए उन दोनों ने ये बिजनेस प्लान अपनाया। बता दें कि दंपति अभी केवल 10-12 दिनों से ही स्टॉल चला रहा है, इसलिए उन्होंने अपनी मेड की मदद के लिए कमाई का हिस्सा तय नहीं किया है, जो उनके लिए तीन महीने से काम कर रही है। हालाँकि, वे उसे वह पैसा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसकी वह हक़दार है।

मदद

कई लोगों ने की मदद- श्रीमती शाह

श्रीमती शाह ने सकारात्मक सोशल मीडिया प्रतिक्रिया के बारे में बात करते हुए कहा, "कई लोग फ़ूड का ऑर्डर देकर मदद करने के इरादे से हमारे पास पहुँचे हैं, जो उनकी आय को अधिकतम करने में मदद कर सकता है।" उन्होंने आगे कहा, "आगे जाकर हम ऐसी महिलाओं की एक टीम बनाना पसंद करेंगे और बड़े एवं विविध ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक छोटा गृह उद्योग और केटरिंग स्थापित करेंगे।