गुरूग्राम: बंदूक की नोक पर अधिकारियों से ग्रामीणों ने करवाया सड़क का निर्माण
क्या है खबर?
देश में बारिश के मौसम में अच्छी-अच्छी सड़कों की हालत भी जर्जर हो जाती है। गड्ढों के साथ-साथ जलभराव के कारण कई दुर्घटनाएं भी होती हैं।
ऐसे में हरियाणा के गुरूग्राम में एक मामला सामने आया है जहां नौरंगपुर गांव के कम से कम 30 लोग एक सड़क बना रहे अधिकारियों और कर्मचारियों के पास पहुंचे और उनसे बंदूक की नोक पर अपने गांव की सड़क बनवा ली।
आइए पूरा मामला जानते हैं।
मामला
क्या है पूरा मामला?
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, गुरूग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) के अधिकारी और कर्मचारी मंगलवार को सेक्टर 78/79 में एक मास्टर डिवाइडिंग रोड का निर्माण कर रहे थे। तभी वहां नौरंगपुर गांव के ब्लॉक समिति के पूर्व अध्यक्ष होशियार सिंह समेत लगभग 30 लोग आकर मारपीट करने लगे।
इसके बाद उन्होंने GMDA के कर्मचारियों को बंदूक की नोक पर जबरन टौरू रोड पर स्थित होशियार सिंह के पेट्रोल पंप के सामने 50 मीटर की सड़क बिछाने के लिए मजबूर किया।
बयान
अधिकारियों ने थाने में दर्ज कराई शिकायत
मामले के बारे में जानकारी मिलते ही GMDA के एक अनुमंडल पदाधिकारी ने खेड़की दौला थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बदमाश जबरदस्ती साइट से अधिकारियों और कर्मचारियों को दूसरी जगह ले गए और वहां सड़क का निर्माण करा दिया, जो टेंडर में नहीं थी। उन्होंने टीम के साथ मारपीट भी की।
उन्होंने कहा कि सरकारी परियोजनाओं में हस्तक्षेप करना और ड्यूटी के दौरान कर्मचारियों के साथ छेड़छाड़ की गई है, जिसे वो बर्दाश्त नहीं करेंगे।
शिकायत
IPC की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज
थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह ने कहा कि मामले की शिकायत दर्ज हो गई है और ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है।
मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 427 (क्षति उत्पन्न करना), 506 (आपराधिक धमकी), धारा 148 (दंगा), 149 (गैरकानूनी सभा), 186 (लोक सेवक को सार्वजनिक कार्यों के निर्वहन में बाधा डालना), 323 (चोट पहुंचाना), 353 (लोक सेवक को निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बयान
मामले में आरोपी होशियार ने क्या कहा?
मामले में आरोपी होशियार ने कहा, "पिछले दो महीनों में यहां कम से कम 20 सड़क दुर्घटना हो चुकी हैं। कई बार GMDA के अधिकारियों से मुलाकात की और लिखित शिकायत की, लेकिन कुछ नहीं हुआ इसलिए ये सब करना पड़ा।"
होशियार ने कहा कि पेट्रोल पंप के सामने वाली सड़क उनकी निजी संपत्ति नहीं है, इसका इस्तेमाल सब करते हैं। अगर उन्हें गिरफ्तार भी किया जाता है तो कम से कम गांव के लोग अब सुरक्षित यात्रा कर सकेंगे।
बयान
GMDA ने ग्रामीणों द्वारा कोई शिकायत नहीं मिलने का दावा किया
मामले में GMDA के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें ग्रामीणों या होशियार की ओर से गड्ढे वाली इस सड़क को लेकर उन्हें कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई थी।
आंकड़े
न्यूजबाइट्स प्लस
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2021 में 1,55,622 मौतें सड़क हादसों में हुई हैं। इनमें से 44 प्रतिशत मौतें दोपहिया वाहन चालकों की हुई।
सड़क हादसों में उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 24,711 और तमिलनाडु में 16,685 लोगों की मौत हुई है।
साल 2020 में भारत में सड़क हादसों की कुल संख्या 3,66,138 थी, जबकि 2019 में यह 4,49,002 थी।
वहीं, दुनियाभर में हर साल 13 लाख लोग सड़क हादसे में अपनी जान गवाते हैं।