उत्तर प्रदेश: इस सरकारी विभाग के कर्मचारियों को हेलमेट पहनकर करना पड़ रहा काम, जानें क्यों
क्या है खबर?
काम पर लोग अक्सर साफ कपड़े और चमकते जूते पहनकर जाते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे ऑफिस के बारे में बताने जा रहे हैं, जहाँ के कर्मचारी इन सभी चीजों के अलावा ऑफिस आते समय अपने साथ एक हेलमेट जरूर लेकर आते हैं और उसी हेलमेट को पहनकर ही काम भी करते हैं।
यह ऑफिस उत्तर प्रदेश के बाँदा ज़िले में बिजली विभाग का है।
आइए जानें आखिर क्यों यहाँ के कर्मचारी हेलमेट पहनकर काम करते हैं।
मामला
जान बचाने के लिए पहनना पड़ रहा है हेलमेट
आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये कर्मचारी ऐसा क्यों करते हैं, तो बता दें कि जिस विभाग में वे काम करते हैं, उसकी बिल्डिंग जर्जर हालत में है और बहुत कमजोर है। जिससे बिल्डिंग टूटकर गिरती रहती है।
ऊपर से टूटकर कुछ सिर में न लग जाए, इसलिए कर्मचारियों को हेलमेट पहनना पड़ रहा है।
सोशल मीडिया पर कर्मचारियों की फोटो जमकर वायरल हो रही है, जिसे देखकर हर कोई उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना कर रहा है।
जानकारी
एक खंभे पर टिकी है छत
विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि कमरे की छत, जहाँ कर्मचारी काम करते हैं, उसमें कई छेद हो गए हैं। छत का प्लास्टर टूटकर गिरता रहता है और कमरे के बीच में केवल एक खंभा है, जिसके ऊपर छत टिकी हुई है।
बयान
कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को की गई शिकायत
ऑफ़िस में काम करने वाले एक कर्मचारी ने कहा, "हम किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर खुद को बचाने के लिए काम करते समय हेलमेट पहनते हैं। हमने बिल्डिंग की स्थिति के बारे में कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया, लेकिन किसी ने मामले में कोई कार्यवाई नहीं की।"
उन्होंने कहा, "शायद वो यह प्रतीक्षा कर रहे हैं कि काम करने वाले हम लोगों में से पहले कुछ लोग मर जाएँ, उसके बाद मरम्मत का काम शुरू हो।"
हालत
बरसात में छतरियाँ लेकर काम करते हैं कर्मचारी
आपको जानकर हैरानी होगी कि ऑफ़िस में काम करने वाले कर्मचारी मौसम के हिसाब से अपने बचाव के लिए अलग-अलग चीज़ें लेकर आते हैं।
कर्मचारी ने आगे कहा कि बारिश के मौसम में कर्मचारी छतरियाँ लेकर आते हैं, क्योंकि छत टपकती है।
बता दें कि ऑफ़िस न केवल जर्जर बिल्डिंग में है, बल्कि वहाँ के फ़र्नीचर भी ख़राब हो गए हैं। दस्तावेज़ों को रखने के लिए कोई दराज़ या आलमारी नहीं है। कार्डबोर्ड के बक्सों में फ़ाइलें रखी गई हैं।
बचाव
बिजली विभाग ने सफाई में कहा ये
मामले पर सरकार की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आई है।
बिजली विभाग के चीफ़ इंजीनियर केके भारद्वाज ने बताया कि उन्हें हेलमेट पहनकर काम करने की जानकारी नहीं है।
उन्होंने बताया कि यह मामला मीटर टीन शेड का है, जिसका कुछ हिस्सा जर्जर है और जल्द ही उसे बदलने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के कई सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग जर्जर होने की ख़बरें आ चुकी हैं।