घूस देने वालों से परेशान बिजली विभाग के अधिकारी ने ऑफ़िस में लिखवाया- 'मैं ईमानदार हूँ'
क्या है खबर?
आज के समय में ज़्यादातर सरकारी अधिकारी बिना घूस लिए काम ही नहीं करते हैं। ऐसा लगता है जैसे बिना घूस लिए उनका शरीर काम करने के लिए तैयार ही नहीं होता है।
वहीं कई ऐसे भी अधिकारी हैं, जो घूस के नाम से चिढ़ते हैं और घूस लेने से बचते हैं।
ऐसे ही एक अधिकारी को तेलंगाना में देखा गया है, जिसने घूस लेने वालों से परेशान होकर अपने ऑफ़िस में लिखवा दिया, 'मैं ईमानदार हूँ।'
आइए जानें।
मामला
ऑफ़िस की दीवार पर लिखवाया है 'I Am Uncorrupted'
ख़बरों के अनुसार, तेलंगाना के बिजली विभाग के सरकारी ऑफ़िस में घुसते ही सामने दीवार पर 'I am uncorrupted; यानी 'मैं ईमानदार हूँ' लिखा देखने को मिलता है।
वहीं ऑफ़िस में आगे कुर्सी पर एडिशनल डिवीजनल इंजीनियर (ADE) पोदेती अशोक बैठे रहते हैं।
बिजली विभाग में अपना काम करवाने के लिए आने वाले लोग अक्सर करीमनगर में पदस्थ अशोक को घूस का ऑफ़र देते हैं, जिससे वो परेशान हो चुके हैं।
जानकारी
घूस लेने से बचने के लिए अपनाया अनूठा तरीक़ा
जानकारी के अनुसार, अशोक को अक्सर लोग और ठेकेदार घूस लेकर काम करने का ऑफ़र देते हैं। इससे परेशान होकर उन्होंने बचने का यह अनूठा तरीक़ा अपनाया और ऑफ़िस की दीवार पर 'मैं ईमानदार हूँ' लिखवा दिया।
आरोप
घूस देने में असफल रहे लोग करते हैं परेशान
अशोक ठेकेदारों और आम लोगों को समझा चुके हैं कि वो न घूस लेते हैं और न देते हैं।
इसके बाद जब लोग उन्हें घूस देकर काम करवाने में असफल रहे, तो उन्होंने अशोक को परेशान करना शुरू कर दिया।
इससे तंग आकर उन्होंने ऑफ़िस में 40 दिन पहले दीवार पर अपनी ईमानदार होने के बारे में लिखवा दिया।
वहीं, उनके साथी अधिकारी भी उन्हें यह कहकर परेशान करने लगे कि वे पूरे विभाग पर आरोप लगा रहे हैं।
बयान
बिजली विभाग में है बहुत ज़्यादा भ्रष्टाचार- अशोक
बता दें कि अशोक के इस कदम के बाद से विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों में हड़कंप मची हुई है।
अशोक ने कहा, "मैं बचपन से ही भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ रहा हूँ। यदि मैं घूस लूँगा तो मुझे देना भी पड़ेगा। यहाँ बिजली विभाग में बहुत ज़्यादा भ्रष्टाचार है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं लोगों से कहना चाहूँगा कि अधिकारियों को घूस न दें। उन्हें उनके काम के लिए तनख़्वाह दी जाती है। ऐसे में घूस देना सही नहीं है।"
शुरुआत
2005 में ज्वाइन की थी नौकरी
अशोक ने आगे कहा, "अगर अधिकारी आपका काम नहीं करते, तो उच्चाधिकारियों से संपर्क करें या मीडिया के पास जाएँ, लेकिन घूस न दें।"
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अशोक ने 2005 में असिस्टेंट इंजीनियर के रूप में नौकरी ज्वाइन की थी।
पिछले साढ़े तीन सालों से वे AED हैं। इसके बाद से ही उनके पास फ़ाइलों और अन्य बिलों को पास कराने के लिए घूस के ऑफ़र आने लगे, जिसे वो लेने से इनकार कर देते हैं।
अन्य मामला
घूस लेते पकड़ा गया था अपर ज़िला सूचना अधिकारी
जहाँ एक तरफ अशोक ने ईमानदार अधिकारी की मिसाल पेश की है, वहीं आए दिन उत्तर प्रदेश में भ्रष्ट अधिकारियों का ख़ुलासा होता है।
बीते सितंबर महीने में एंटी करप्शन मुरादाबाद की टीम ने 5,000 रुपये घूस लेते समय अपर ज़िला सूचना अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा था।
सूचना अधिकारी ने यह घूस समाचार पत्र को रिकॉर्ड में लगाने और बंद न करने के बदले ली थी। अधिकारी को ऑफ़िस के बाहर घूस लेते समय दबोचा गया था।