कोलकाता: देश में पहली बार डॉक्टरों ने कैंसर पीड़ित महिला की खाल-हड्डी से बनाई नई नाक
क्या है खबर?
भगवान का दूसरा रूप कहे जाने वाले डॉक्टर्स मरीज को बचाने की हर संभव कोशिश करते हैं।
कोलकाता में एक कैंसर पीड़ित महिला को बचाने के लिए डॉक्टर्स ने भी कुछ ऐसा कर दिखाया, जो देश में पहले कभी नहीं हुआ।
यहां एक कैंसर पीड़ित महिला को बचाने के लिए डॉक्टर्स ने पहले उसकी संक्रमित नाक काट दी और फिर उसी के शरीर के अन्य अंगों से एक नई नाक का निर्माण कर वापस लगाने की तैयारी में हैं।
मामला
महिला की नाक में फैल गया था ट्यूमर
पश्चिम बंगाल के सेठ सुखलाल करनानी मेमोरियल (SSKM) अस्पताल के डॉक्टरों ने कैंसर के चौथे चरण की पीड़ित महिला (59) को नया जीवन दिया है।
महिला का ट्यूमर उनकी नाक में फैल गया था, जिसकी वजह से बदबू आती थी और नाक पूरी तरह से सूज गई थी।
महिला को बचाने के लिए डॉक्टर्स ने ट्यूमर समेत पूरी नाक को जड़ से हटा दिया और अब उनके ही शरीर के अंगों से नई नाक बनाकर उन्हें लगाने की तैयारी है।
शरीर के अंग
नई नाक बनाने के लिए शरीर के कई अंगों से निकाला हड्डी और मांस
इस महिला के लगाई जा रही नई नाक उनके शरीर के कई अंगों की खाल, हड्डियां और मांस से बनाई गई है। नई नाक के पैड बनाने के लिए महिला के छाती से कार्टिलेज काटा गया था।
इसे इंस्टीट्यूट ऑफ ओटोलरिंगोलाजी (ENT), हेड एंड नेक प्लास्टिक सर्जन, एनेस्थिसियोलाजिस्ट सहित विभिन्न विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा बनाया जा रहा है।
चिकित्सा भाषा में नाक लगाने की इस प्रक्रिया को 'टोटल नेजल रिकंस्ट्रक्शन' कहा जाता है।
ऑपरेशन
चार चरणों में नई नाक को किया जाएगा सेट
दैनिक जागरण के मुताबिक, 8 सितंबर को महिला की ट्यूमर से प्रभावित पूरी नाक को काट दिया गया था और 17 अक्टूबर को सर्जरी के दूसरे दौर में माथे से नाक की त्वचा को हटाया गया था।
ऑपरेशन के चार चरणों में धीरे-धीरे महिला की नई नाक सेट की जाएगी। वहीं, तीसरा चरण पिछले गुरुवार को करीब पांच घंटे तक चला।
डॉक्टरों का कहना है कि लगभग 90 प्रतिशत नई नाक का पुनर्निर्माण तीन हफ्ते के बाद पूरा हो जाएगा।
बयान
देश में पहली बार हुआ नाक का पुनर्निर्माण- डॉक्टर
कान, नाक और गले (ओटोलरिंगोलाजी/ENT) विभाग के प्रोफेसर डॉ अरुणव सेनगुप्ता ने दावा किया है कि यह देश में पहली बार हो रहा कि पूरी तरह से नाक का पुनर्निर्माण या फिर पूरी तरह से नई नाक बनाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस अनोखे ऑपरेशन को करने में प्लास्टिक सर्जन डॉ आदित्य कनोई और हेड एंड नेक सर्जन डॉ गणेश अग्रवाल समेत अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं।