थाईलैंड: अंतिम संस्कार के लिए ले जाते समय जिंदा हुई मृत महिला, जानिए पूरा मामला
क्या है खबर?
थाईलैंड से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।
यहां 49 वर्षीय एक महिला की गत गुरुवार को अस्पताल से उनके घर ले जाते समय रास्ते में मृत्यु हो गई थी।
इसके बाद परिवार में अंतिम संस्कार का पूरा इंतजाम कर लिया, लेकिन शव को दफनाने के लिए ले जाते समय महिला अचानक जिंदा होकर बैठ गई।
आइये इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।
मामला
क्या है मामला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चैटापॉर्न सरीफोनला नामक महिला को लीवर कैंसर था, जिसका इलाज बान डंग क्राउन प्रिंस अस्पताल में चल रहा था, लेकिन डॉक्टरों ने उनके परिवार को बताया कि उनके बचने की संभावना बहुत कम है।
ऐसे में परिवार वाले चाहते थे कि सरीफोनला अपने आखिरी वक्त में घर पर परिवार के साथ रहे, इसलिए वह अस्पताल से वैन में डॉक्टरों की टीम के साथ घर के लिए रवाना हो गए।
मृत्यु
रास्ते में महिला ने सांस लेना कर दिया था बंद
सरीफोनला ने वैन के अंदर अचानक सांस लेना बंद कर दिया, जिसके कारण डॉक्टरों की टीम को लगा कि उनकी मृत्यु हो गई है।
वैन में ही मौजूद सरीफोनला की मां माली अपनी बेटी की मृत्यु के कारण पूरी तरह टूट गईं। हालांकि, उन्होंने रिश्तेदारों को फोन करके यह सूचना दी और बेटी की मृत्यु के लिए कैंसर को जिम्मेदार ठहराया।
इसके बाद परिवारवालों ने सरीफोनला के अंतिम संस्कार के लिए तैयारी करना शुरू कर दी।
जिंदा
वैन में अचानक उठकर बैठ गईं महिला
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरीफोनला के परिवार ने उनके अंतिम संस्कार के लिए ताबूत खरीद लिया था और मंदिर में पुजारियों से भी बातचीत कर ली थी।
इसके बाद वैन में रखे शव को घर से वाट सरी फादुंग पट्टाना मंदिर की ओर ले जाया जाने लगा, लेकिन इसी दौरान रास्ते में सरीफोनला अचानक जिंदा हो गईं और वैन में ही उठकर बैठ गई।
सरीफोनला को जिंदा देखकर उनके परिवार वाले और डॉक्टर हैरान रह गए।
बयान
डॉक्टरों की देखरेख में हैं महिला
सरीफोनला के जिंदा होने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां वह डॉक्टरों की देखरेख में हैं।
इस मामले में बात करते हुए माली ने कहा, "अस्पताल में डॉक्टरों ने जब बेटी के बचने की संभावना कम बताई तो हम चाहते थे कि आखिरी वक्त वह घर पर परिवार के साथ बिताए, लेकिन रास्ते में भी उसकी मृत्यु हो गई। हालांकि, अब उसे जिंदा देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है।"