चीन: क्रेन से उठाकर घर से बाहर निकाला गया कोरोना वायरस का मरीज
दुनियाभर में कोरोना वायरस के कारण लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इस वायरस के बारे में सुनते ही लोग एक-दूसरे के पास आने से घबरा जाते हैं क्योंकि इससे संक्रमण फैलने का डर होता है। तीन साल बाद भी इसके संक्रमण का डर कितना बरकरार है, इस बात का अंदाजा चीन के एक वायरल वीडियो से लगाया जा सकता है। वीडियो में एक कोरोना मरीज को क्रेन से उठाकर घर से बाहर निकालते हुए देखा जा सकता है।
क्या है पूरा मामला?
26 अक्टूबर को ट्विटर पर शेयर किए गए चीन के एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक कोरोना मरीज को क्रेन की मदद से घर के ऊपरी मंजिल से बाहर निकाला जा रहा है। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि मरीज के पास जाने से सभी लोग घबरा रहे थे और वह नहीं चाहते थे कि मरीज से वायरस फर्श पर आए, इसलिए उसे क्रेन से लटकाकर निकाला गया और फिर क्वारंटीन सेंटर भेज दिया गया।
वीडियो देखकर यूजर्स ने क्या कहा?
सोशल मीडिया पर यह वीडियो यूजर्स को काफी मजेदार लगा। हालांकि यह इतना ही जोखिम भरा भी है। अब तक इस वीडियो को 20 लाख से भी ज्यादा लोगों ने देखा है और करीब 2,000 लाइक्स मिले हैं। इसके अलावा यूजर्स ने वीडियो के कमेंट बॉक्स में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं। एक यूजर ने लिखा, 'चीन भी अनोखे और मजेदार आइडिया निकालता रहता है।' दूसरे यूजर ने लिखा, 'बहुत खूब... चीन देश का आधुनिकीकरण निश्चित रूप से साकार होगा।'
यहां देखिए क्रेन से चीनी शख्स को निकालने का वीडियो
कोरोना को लेकर आज भी सख्त है चीनी सरकार
2019 में चीन के वुहान में पहली बार कोरोना वायरस के मरीज मिले थे और फिर पूरी दुनिया में यह वायरस फैल गया, जिसके कारण जगह-जगह लॉकडाउन लगाया गया। हालांकि अब सभी देशों ने लगभग सभी पांबदियां खत्म कर दी हैं, लेकिन चीनी सरकार कोरोना को लेकर अभी भी बेहद सख्त है। यहां आज भी जीरो कोविड पॉलिसी अपनाई जा रही है जिसके तहत किसी भी इलाके में कोरोना मरीज मिलने पर पूरे इलाके को सील कर दिया जाता है।
न्यूजबाइट्स प्लस
दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामलों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। बुधवार को भारत में कोरोना वायरस के 1,112 नए मामले आए जो पिछले दिन के मुकाबले ज्यादा है। एक दिन पहले 830 मामले आए थे। कुल 4.46 करोड़ मामलों के साथ भारत कोरोना वायरस से दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है। यहां लगभग 5.29 लाख मौतें हो चुकी हैं। पहले नंबर पर अमेरिका है, जहां 9.71 करोड़ लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।