कनाडा: 18 वर्षीय लड़की ने पहली बार में ही जीती लगभग 300 करोड़ रुपये की लॉटरी
कई लोग जीवनभर लॉटरी टिकट खरीदते रहते हैं, लेकिन फिर भी वह एक रुपया नहीं जीत पाते हैं। इसके विपरीत कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो पहली बार में ही लॉटरी जीत जाते हैं। ऐसा ही एक मामला कनाडा के ओंटारियो से सामने आया है। यहां 18 वर्षीय जुलिएट लैमोर ने पहली बार लॉटरी टिकट खरीदी और वह पहली बार में ही करोड़पति बन गई। आइए पूरे मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
6/49 लॉटरी टिकट ने जिताई करोड़ों रुपये की राशि
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुलिएट ने शुक्रवार को 4.8 करोड़ कनाडाई डॉलर (लगभग 296.05 करोड़ रुपये) की बंपर लॉटरी जीती। इतनी बड़ी लॉटरी जीतकर जुलिएट ने देश की सबसे कम उम्र की विजेता का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है। जुलिएट ने अपने दादा के कहने पर मस्ती-मस्ती में ओंटेरियो लॉटरी एंड गेमिंग कॉरपोरेशन की लोटो 6/49 लॉटरी टिकट खरीदी थी। हालांकि, जब उन्हें जीती हुई राशि के बारे में पता चला तो वह बेहद हैरान हो गईं।
टिकट खरीदकर भूल गई थीं जुलिएट
ओंटेरियो लॉटरी अधिकारियों से बात करते हुए जुलिएट ने कहा कि वह टिकट खरीदकर भूल गई थीं, लेकिन जब उन्होंने सुना कि उनके पड़ोसी ने 7 जनवरी का ड्रॉ जीत लिया है तो उन्हें अपनी टिकट के बारे में याद आया। जुलिएट ने कहा, "मैंने मोबाइल ऐप के जरिए अपना टिकट चेक किया, जिसके बाद मैं हैरान होने के साथ-साथ बहुत खुश हुई। उस वक्त मेरे सहयोगी भी साथ थे और उन्हें भी राशि देखकर बहुत हैरानी हुई।"
जुलिएट अपनी पढ़ाई पर खर्च करेंगी लॉटरी की अधिकांश राशि
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुलिएट अपनी जीती हुई राशि को अपने फाइनेंशियल प्लानर पिता की मदद से बड़ी ही सावधानी के साथ निवेश करेंगी, जिसके लिए वह प्लानिंग भी कर रही हैं। इसके साथ ही जुलिएट अल्गोमा यूनिवर्सिटी में जीव विज्ञान की पढ़ाई कर रही हैं और वह बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती हैं, इसलिए वह जीती हुई राशि का अधिकांश हिस्सा अपनी आगे की पढ़ाई के लिए बचाकर रखेंगी, ताकि उन्हें लोन की जरूरत न पड़े।
पढ़ाई पूरी करने के बाद दुनिया घूमना चाहती हैं जुलिएट
जुलिएट ने लॉटरी अधिकारियों को बताया कि वह पढ़ाई पूरी होने के बाद अपने परिवार के साथ घूमना पसंद करेंगी। उन्होंने कहा, "मैं अलग-अलग देशों में जाकर उनके इतिहास और उनकी संस्कृति, खान-पान और भाषाओं का अनुभव करना चाहती हूं। हालांकि, मेरा मानना है कि पैसे से आपकी पहचान नहीं बन सकती हैं, बल्कि आपके काम से आपकी पहचान बनती है, इसलिए पढ़ाई पर राशि खर्च करने के बाद ही मैं बची हुई राशि से दुनिया घूमना चाहती हूं।"