दिल का दौरा पड़ने से हुई पुलिसवाले की मौत तो पालतू ऊँट ने छोड़ा खाना-पीना
क्या है खबर?
प्राचीनकाल से ही इंसानों और जानवरों के बीच गहरा रिश्ता रहा है। इंसानी सभ्यता की शुरुआत से ही लोग अपने साथ किसी न किसी जानवर को अपना पालतू बनाकर रखते रहे हैं।
आजकल आपको दुनिया में कई तरह के पालतू जानवर मिल जाएँगे। समय-समय पर इंसानों और उनके पालतू जानवरों के बीच का गहरा प्रेम देखने को भी मिलता है।
इसी प्रेम की वजह से आजकल एक ऊँट ने अपने मालिक शिवराज की मौत के बाद खाना-पीना छोड़ दिया है।
घटना
शिवराज ही करते थे ऊँट की देखभाल
जानकारी के अनुसार गुजरात के कच्छ में इंसान और पशु के बीच का यह अद्भुत प्रेम देखने को मिला है।
यहाँ के झकऊ पुलिस स्टेशन में सब इंस्पेक्टर की पोस्ट पर तैनात शिवराज गोधवी गस्त कर रहे थे।
गस्त के दौरान ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई। उनकी मौत के बाद पुलिस स्टेशन में तैनात ऊँट ने खाना-पीना छोड़ दिया है।
बताया जा रहा है कि इस ऊँट की देखभाल शिवराज ही किया करते थे।
बॉर्डर
हर रोज़ ऊँट पर सवार होकर बॉर्डर पर गश्त लगाते थे शिवराज
शिवराज की मौत के बाद ऊँट ने किसी और के हाथ से नहीं खाया है।
थाने के इंस्पेक्टर वीके कांत ने बताया, "56 वर्षीय शिवराज गाँव के रहने वाले थे। वह काफ़ी समय से झकऊ थाने में तैनात थे। शिवराज हर रोज़ ऊँट पर सवार होकर बॉर्डर पर गश्त करने जाते थे।"
उन्होंने आगे बताया कि पुलवामा हमले के बाद हाई अलर्ट जारी किया गया था, तब से उन्होंने अपनी गश्त बॉर्डर पर और तेज़ कर दी थी।
सदमा
खाने की तरफ़ ऊँट ने देखा तक नहीं
शिवराज 24 जनवरी को सुबह 09:30 बजे अपने ऊँट पर सवार होकर गश्त के लिए निकल गए। रास्ते में अचानक वह चक्कर खाकर गिर गए।
उसके बाद उन्हें कोठारा अस्पताल ले जाया गया। वहाँ उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें एम्बुलेंस से भुज भेजा गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी साँसे थम गई।
मौत की सूचना मिलते ही गाँव में मातम छा गया। वहीं जब ऊँट को खाना-पानी दिया गया तो उसने उधर देखा तक नहीं।
बयान
लगातार ख़राब होती जा रही है ऊँट की हालत
इंस्पेक्टर वीके ने बताया कि खाना न खाने की वजह से ऊँट की हालत लगातार ख़राब होती जा रही है। उसकी हालत में सुधार लाने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। पूरे दिन वह गुमसुम बैठा रहता है।