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उत्तर प्रदेश के हरदोई में जन्मा अनोखा बच्चा, सिर से लेकर कमर तक बाल ही बाल
उत्तर प्रदेश के हरदोई में जन्मा अनोखा बच्चा

उत्तर प्रदेश के हरदोई में जन्मा अनोखा बच्चा, सिर से लेकर कमर तक बाल ही बाल

लेखन गौसिया
Dec 30, 2022
12:36 pm

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश के हरदोई के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में एक महिला ने अनोखे बच्चे को जन्म दिया है। बच्चे के 60 फीसदी शरीर पर बाल हैं और पीठ की तरफ सिर से लेकर कमर तक बाल उगे हुए हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक, इस स्थिति को जिएंट कंजेनिटल मेलानोसाइटिक नेवस कहते हैं। यह बेहद दुर्लभ है। फिलहाल बच्चे के इलाज के लिए उसे लखनऊ भेजने का फैसला किया गया है।

मामला

क्या है पूरा मामला?

हरदोई के शाहाबाद विकास खंड के नाऊ नंगला गांव की रहने वाली एक महिला को प्रसव के लिए मंगलवार को CHC में भर्ती कराया गया था। महिला के बच्चे की नॉर्मल डिलीवरी हुई, लेकिन उसके सिर से कमर तक बाल उगे हुए थे, जिसे देखकर खुद डॉक्टर भी हैरान रह गए। अस्पताल के अधीक्षक ACMO डॉ पंकज मिश्रा का कहना है कि उन्होंने उनके 22 साल के करियर में ऐसा केस पहली बार देखा है।

बयान

दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा है बच्चा

रिपोर्ट्स के मुताबिक, CHC ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य गारंटी कार्यक्रम (RBSK) की टीम को अनोखे बच्चे के जन्म की सूचना दी। इसके बाद RBSK की एक टीम डॉ इकराम हुसैन के नेतृत्व में अस्पताल पहुंची और बच्चे की हालत को देखकर बताया कि उसे जिएंट कंजेनिटल मेलानोसाइटिक नेवस नामक बीमारी है। डॉक्टर्स का कहना है कि यह बीमारी बहुत ही कम नवजात बच्चों में देखने को मिलती है।

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बयान

लखनऊ में किया जाएगा बच्चे का इलाज

डॉ इकराम हुसैन ने कहा, "बच्चे का उपचार करके उसे नॉर्मल किया जा सकता है। इसके लिए बच्चे को लखनऊ भेजा जाएगा, ताकि वहां उसका इलाज अच्छे से हो सके। एक बार इलाज शुरू होने के बाद बच्चा जल्दी ही रिकवर कर जाएगा। फिलहाल बच्चा और मां दोनों स्वस्थ हैं।" बता दें कि अनोखे बच्चे के जन्म की बात इलाके में सबको पता चल गई थी, जिसके बाद उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी।

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अन्य मामला

मध्य प्रदेश में हुआ था 4 पैरों वाली बच्ची का जन्म

इससे पहले मध्य प्रदेश के ग्वालियर के एक अस्पताल में आरती कुशवाहा नामक महिला ने चार पैर वाली बच्ची को जन्म दिया था। मेडिकल भाषा में इस स्थिति को इशियोपेगस कहते हैं, जो लाखों में से एक बच्चे को होती है और इसमें ज्यादा अंग विकसित हो जाते हैं। डॉक्टर्स का कहना था कि बच्ची के टेस्ट करने के बाद अगर वह पूरी तरह से स्वस्थ होगी तो उसके दो अतिरिक्त पैर सर्जरी करके निकाल दिए जाएंगे।

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