'गेम ऑफ थ्रोन्स' के कारण 6 साल की बच्ची को नहीं मिला पासपोर्ट, जानिए क्यों
क्या है खबर?
'गेम ऑफ थ्रोन्स' नामक वेब सीरीज के दुनियाभर में लाखों चाहने वाले हैं। इस शो की मुख्य किरदार 'खलीसी' को बहुत पसंद किया जाता है, हालांकि, इस नाम के कारण एक बच्ची का डिज्नीलैंड जाने का सपना, सपना ही रह गया।
दरअसल, यूनाइटेड किंगडम (UK) की रहने वाली एक 6 साल की बच्ची को यात्रा से पहले पासपोर्ट नहीं मिला, क्योंकि उसका नाम खलीसी है।
ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि 'गेम ऑफ थ्रोन्स' ने खलीसी नाम का ट्रेडमार्क किया हुआ है।
रिपोर्ट
UK पासपोर्ट कार्यालय ने बच्ची को पासपोर्ट देने से किया इंकार
BBC के अनुसार, खलीसी होलोवे की मां लुसी ने बताया कि UK पासपोर्ट कार्यालय ने दावा किया कि बच्ची का नाम 'वार्नर ब्रदर्स' द्वारा खरीदे गए ट्रेडमार्क का उल्लंघन है।
बता दें, वार्नर ब्रदर्स एक फिल्म निर्माता कंपनी है, जो 'गेम ऑफ थ्रोन्स' के भी निर्माता हैं। इस वेब सीरीज में हॉलीवुड अभिनेत्री एमिलिया क्लार्क के किरदार का नाम खलीसी है।
लूसी ने बताया कि वह यह बात जानकार बेहद अचंभित रह गईं थीं।
प्रक्रिया
पासपोर्ट इस्तेमाल करने के लिए लेनी होगी वार्नर ब्रदर्स से अनुमति
लुसी ने कहा कि उन्हें पासपोर्ट कार्यालय से एक पत्र मिला, जिसमें कहा गया कि उनकी बेटी का नाम ट्रेडमार्क किया गया है और पासपोर्ट पर इस्तेमाल करने के लिए उन्हें वार्नर ब्रदर्स से अनुमति लेने की आवश्यकता होगी।
लूसी ने कहा कि वे एक साथ अपनी पहली छुट्टी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और इसके लिए उन्होंने करीब 2 लाख रुपये खर्च किए थे।
उन्होंने कहा कि वह बेहद दुखी हैं।
सबूत
सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से मिली मदद
लूसी ने इस मामले में कानूनी सलाह ली और पासपोर्ट कार्यालय के कई चक्कर काटे। उन्होंने इस बात के सबूत भी पेश किए कि इस ट्रेडमार्क का विस्तार व्यक्तिगत नामों तक नहीं है।
हालांकि, पासपोर्ट कार्यालय के कर्मचारी अपने फैसले से टस-से-मस नहीं हुए। थक-हारकर लूसी ने अपनी परेशानी सोशल मीडिया पर साझा की, जिसके बाद उन्हें लोगों का खूब समर्थन मिलना शुरू हो गया था।
मामले के इंटरनेट पर उजागर होने के बाद पासपोर्ट कार्यालय ने जांच-पड़ताल शुरू की।
माफी
पासपोर्ट कार्यालय ने अपनी गलती मानकर लूसी से मांगी माफी
पासपोर्ट कार्यालय के कर्मचारियों ने आखिरकार लूसी से माफी मांगी और स्वीकार किया कि उन्हें गलत मार्गदर्शन दिया गया था।
पासपोर्ट कार्यालय की गलती ने लुसी के लिए काफी तनाव पैदा कर दिया। उन्होंने अपनी यात्रा को तब तक के लिए रोक दिया है, जब तक कि उनके और खलीसी के पासपोर्ट न मिल जाएं। जल्द ही उन्हें पासपोर्ट मिल जाएंगे।
इन सभी कठिनाइयों के बाद नन्हीं बच्ची डिज्नीलैंड जाने के लिए उत्सुक है।