यूनिस खान और अब्दुल हफीज कारदार PCB 'हॉल ऑफ फेम' में शामिल, जानें उनकी उपलब्धियां
क्या है खबर?
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने रविवार को पूर्व दिग्गज क्रिकेटर यूनिस खान और अब्दुल हफीज कारदार को PCB 'हॉल ऑफ फेम' में शामिल किया।
इस प्रतिष्ठित क्लब में इन दोनों से पहले आठ अन्य पूर्व क्रिकेटर्स भी जगह बना चुके हैं।
PCB के नियमों के अनुसार खिलाड़ी को अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेले कम से कम पांच साल होने चाहिए, तभी वो इसके लिए पात्र होता है।
आइये आपको यूनिस और कारदार की उपलब्धियों के बारे में बताते हैं।
बयान
ये दोनों आने वाली पीढ़ियों के लिए आदर्श बने रहेंगे- रमीज
PCB ने रविवार को आधिकारिक बयान जारी कर दोनों क्रिकेटर्स के नामों की घोषणा की।
PCB के अध्यक्ष रमीज राजा ने अपने बयान में कहा, "दोनों पूर्व खिलाड़ी हमेशा पाकिस्तान क्रिकेट के चमकते सितारे रहेंगे और आने वाली पीढ़ियों के लिए आदर्श बने रहेंगे।"
यूनिस खान
पाकिस्तान की ओर से सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज
यूनिस ने पाकिस्तान के लिए सर्वाधिक टेस्ट रन (10,099) बनाने वाले बल्लेबाज हैं। ओवरऑल सूची में वे 14वें सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
वे पाकिस्तान के लिए तीसरे सबसे अधिक टेस्ट (118) खेलने वाले खिलाड़ी हैं।
वे टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक शतक (34) जमाने वाले दुनिया के छठे और पाकिस्तान के पहले बल्लेबाज हैं।
वे पाकिस्तान की ओर से तिहरा शतक जमाने वाले चौथे बल्लेबाज हैं।
उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने पहला टी-20 विश्व कप (2009) जीता था।
अब्दुल हफीज कारदार
कारदार ने भारत-पाकिस्तान दोनों के लिए खेली क्रिकेट
कारदार उन चुनिंदा क्रिकेटर्स में से हैं जिन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए क्रिकेट खेली।
उन्होंने भारत के लिए तीन टेस्ट में मैच खेले और पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए 1952 से 1958 तक 23 टेस्ट मैचों कप्तान की भूमिका निभाई।
उन्होंने पाकिस्तान के लिए 26 टेस्ट मैचों में 927 रन बनाए और 21 विकेट लिए।
कारदार 1972 से 1977 तक PCB के अध्यक्ष भी रहे। इस दौरान उन्होंने कई अहम सुधार किए।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
PCB 'हॉल ऑफ फेम' में यूनिस और कारदार के अलावा अब्दुल कादिर, फजल महमूद, हनीफ मोहम्मद, इमरान खान, जावेद मियांदाद, वसीम अकरम, वकार यूनिस और जहीर अब्बास भी शामिल हैं।
हॉल ऑफ फेम
'हॉल ऑफ फेम' में जगह बनाने के लिए ये हैं नियम
PCB ने 2021 में 'हॉल ऑफ फेम' की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य पाकिस्तान के महान खिलाड़ियों को सम्मान देना था।
शुरुआत में इस विशेष क्लब में छह पूर्व खिलाड़ियों (हनीफ मोहम्मद, इमरान खान, जावेद मियांदाद, वसीम अकरम, वकार यूनिस और जहीर अब्बास) को जगह दी गई थी।
संन्यास लेने के पांच साल बाद ही क्रिकेटर इस सम्मान के लिए पात्र होते हैं।
हर साल तीन खिलाड़ियों को इसमें शामिल किया जाता है, जिनका चयन एक स्वतंत्र पैनल करता है।