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टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में शतक जड़ने वाले सबसे युवा कप्तानों पर एक नजर 
ततेंदा तैयबू इस सूची में पहले स्थान पर हैं (तस्वीर: एक्स/@ICC)

टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में शतक जड़ने वाले सबसे युवा कप्तानों पर एक नजर 

Jul 03, 2025
04:11 pm

क्या है खबर?

टेस्ट क्रिकेट में कप्तान बनना जहां बड़ी जिम्मेदारी होती है। उसके दबाव में शतक जड़ना किसी कारनामे से कम नहीं होता। कुछ युवा खिलाड़ियों ने कम उम्र में न सिर्फ टीम की कमान संभाली, बल्कि बल्ले से भी इतिहास रच दिया। ऐसे कप्तानों ने यह साबित किया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है, जज्बा हो तो बड़े रिकॉर्ड भी छोटे लगते हैं। आइए नजर डालते हैं टेस्ट इतिहास में शतक लगाने वाले सबसे युवा कप्तानों की खास सूची पर।

#1

ततेंदा तैयबू (21 साल 245 दिन, 2005) 

सूची में पहले स्थान पर जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ततेंदा तैयबू हैं। उन्होंने 21 साल और 245 दिन की उम्र में कप्तान के तौर पर शतक जड़ा था। उन्होंने यह पारी बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 2005 में ढाका में खेली थी। जिम्बाब्वे की दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 292 गेंदों का सामना किया था और 153 रन बनाए थे। उनके बल्ले से 19 चौके और 2 छक्के निकले थे। वह मुकाबला ड्रॉ रहा था।

#2

ग्रीम स्मिथ (22 साल 173 दिन) 

दूसरे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ हैं। उन्होंने 2003 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ 22 साल और 173 दिन की उम्र में 277 रन की पारी खेली थी। वह टीम के कप्तान भी थे। बर्मिंघम के मैदान पर इस खिलाड़ी ने 373 गेंदों का सामना किया था और उनके बल्ले से 35 चौके निकले थे। दूसरी पारी में भी उन्होंने 85 रन की अच्छी पारी खेली थी। वह मुकाबला भी ड्रॉ रहा था।

#3

ग्रीम स्मिथ (22 साल 180 दिन) 

तीसरे स्थान पर भी स्मिथ का ही नाम है। उन्होंने लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर 2003 की उसी सीरीज में 259 रन की उम्दा पारी खेली थी। उस समय उनकी उम्र सिर्फ 22 साल और 180 दिन की थी। उस पारी में उनके बल्ले से 34 चौके निकले थे। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पारी में 682/6 का स्कोर बना दिया था। कप्तान के रूप में स्मिथ ने वह मुकाबला अपनी टीम को पारी और 93 रनों से जिताया था।

#4

जावेद मियांदाद (22 साल 268 दिन) 

चौथे स्थान पर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद हैं। उन्होंने 22 साल 268 दिन की उम्र में कप्तानी करते हुए ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 1980 में शतक जड़ दिया था। यह मुकाबला फैसलाबाद में खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 617 रन बनाए थे। जवाब में पाकिस्तान ने 382/2 का स्कोर बनया था। मियांदाद ने 187 गेंदों में 106 रन की पारी खेली थी। वह मुकाबला ड्रॉ रहा था।