पहलवानों का धरना खत्म, जांच पूरी होने तक WFI का काम नहीं करेंगे बृजभूषण सिंह
क्या है खबर?
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पिछले तीन दिन से जारी पहलवानों का धरना देर रात खत्म हो गया।
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और पहलवानों के बीच लगभग सात घंटे चली बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। अब इस पूरे मामले में एक जांच समिति का गठन किया गया है। यह समिति चार हफ्ते में रिपोर्ट देगी।
मामले की जांच पूरी होने तक WFI अध्यक्ष बृजभूषण फेडरेशन का काम नहीं देखेंगे।
बयान
खेल मंत्री और बजरंग पुनिया ने क्या कहा?
पहलवानों से बैठक के बाद खेल मंत्री ठाकुर ने कहा, "जांच पूरी होने तक बृजभूषण सिंह फेडरेशन का काम नहीं देखेंगे। यह समिति ही WFI के कामकाज पर नजर रखेगी। बृजभूषण ने जांच में सहयोग करने का आश्वासन दिया है।"
इधर, पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा, "केंद्रीय खेल मंत्री ने हमारी मांगों को सुना और उचित जांच का आश्वासन दिया। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। हमें उम्मीद है कि निष्पक्ष जांच होगी। ऐसे में हम धरना खत्म कर रहे हैं।"
जांच
IOA ने भी जांच कराने का फैसला लिया
इससे पहले शुक्रवार को बृजभूषण ने कहा था, "इस्तीफे का सवाल नहीं है। मैं मुंह खोलूंगा तो सुनामी आ जाएगी।" उसके बाद उन्होंने कॉन्फ्रेंस निरस्त कर दी।
पहलवानों ने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) अध्यक्ष पीटी उषा को शिकायती पत्र भेजा था। IOA ने जांच कराने का फैसला कर सात सदस्यीय कमेटी गठित कर दी।
इसमें बॉक्सर मैरीकॉम, तीरंदाज डोला बनर्जी, बैडमिंटन खिलाड़ी अलकनंदा अशोक, रेसलर योगेश्वर दत्त और भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव और इनके साथ दो वकील होंगे।
आरोप
IOA से पहलवानों ने क्या शिकायत की?
पहलवानों ने IOA को भेजे लेतर में लिखा कि जब टोक्यो ओलपिंक में विनेश फोगाट मेडल से चूक गई थीं, तब कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने उन्हें मानसिक तौर पर इतना परेशान किया कि विनेश ने सुसाइड करने वाली थी।
इसके बाद बृजभूषण के बेटे प्रतीक ने मीडिया को बताया कि बृजभूषण WFI की 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली सालाना बैठक के बाद मीडिया से बात करेंगे।
उन्होंने खेल मंत्रालय को अपना जवाब भेज दिया है।
खेल
200 खिलाड़ी नेशनल चैंपियनशिप छोड़ घर लौटे
रात 8 बजे बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट अनुराग ठाकुर के घर पहुंचे। इनके बीच देर रात एक बजे तक बैठक चली और फिर धरना खत्म करने का ऐलान किया गया।
उत्तर प्रदेश के गोंडा में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लेने गए कई खिलाड़ी शुक्रवार को लौट गए।
पहलवान प्रदीप मीणा ने बताया कि अब तक 200 से ज्यादा पहलवान लौट चुके हैं। इन लोगों ने चैंपियनशिप में खेलने से इनकार कर दिया है।
विवाद
पूरा मामला क्या है?
18 जनवरी को विनेश, बजरंग, साक्षी समेत 30 पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए। उन्होंनेWFI अध्यक्ष बृजभूषण और कुछ कोच पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए।
विनेश ने कहा था कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह लड़कियों से FIR कराएंगे। बजरंग का कहना था कि उनके साथ सबूत के साथ 6-7 लड़कियां हैं, जिनका अध्यक्ष ने शोषण किया है। जिस दिन वह मीडिया को बताएंगी कि क्या हुआ, वो कुश्ती का दुर्भाग्य होगा।