ओलंपिक में पदक को अपने दांतों से क्यों काटते हैं खिलाड़ी?
क्या है खबर?
आपने ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को अक्सर अपने पदक दांतों से काटते हुए देखा होगा।
पूर्व में ऐसा केवल स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी ही करते थे, लेकिन अब रजत और कांस्य जीतने वाले खिलाड़ी भी ऐसा करते हैं।
अब सवाल है कि खिलाड़ी आखिर ऐसा क्यों करते हैं? क्या इसके पीछे कोई अंतरराष्ट्रीय खेल परंपरा या अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) का नियम है?
आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
तथ्य
इस तथ्य से जुड़ा है पदक को दांतों से काटने का चलन
पुराने समय में सोने की परख के लिए उसे दांतों में दबाकर देखा जाता है। सोना खरा होने पर दांत के निशान उस पर आ जाते थे।
उस परंपरा को मेडल पाने वाले खिलाड़ियों ने स्टाइल में शुमार कर लिया और देखादेखी रजत और कांस्य पदक पाने वाले खिलाडी भी ऐसा ही करने लगे।
हालांकि, अब ओलंपिक में शुद्धता के लिए पदक को काटने की बात नहीं है। यह बस प्रथा के हिसाब से खुशी जाहिर करने का चलन है।
शुद्धता
1912 के ओलंपिक से बंद हुए शुद्ध सोने के पदक
IOC ने 1912 के स्टॉकहोम ओलंपिक से शुद्ध सोने के पदक देना बंद कर दिया था। वर्तमान में स्वर्ण पदक में ज्यादातर चांदी होती है।
IOC के नियमानुसार, स्वर्ण और रजत पदक में कम से कम 92.5 प्रतिशत शुद्ध चांदी होना जरूरी है। हालांकि, स्वर्ण पदक को अलग करने के लिए उसमें 6 ग्राम सोने की पॉलिस करना अनिवार्य है।
ऐसे में स्पष्ट है कि खिलाडि़यों को शुद्धता का पैमाना पता है और वह खुशी के लिए उसे काटते हैं।
प्रेरित
फोटोग्राफर खिलाडि़यों को पदक काटने के लिए करते हैं प्रेरित
आधुनिक ओलंपिक में पोडियम समारोह के जश्न को कैद करने के लिए फोटोग्राफर विजेताओं से पदक को दांतों से काटने का अनुरोध करते हैं।
इसका कारण है कि यह फोटो इतिहास के पन्नों में दर्ज होती है और वह उसके बदले अच्छी रकम मिलती है। खिलाड़ी खुद भी इस तरह की फोटो पसंद करते हैं।
यह घटना ओलंपिक तक ही सीमित नहीं है। टेनिस स्टार राफेल नडाल भी फ्रेंच ओपन की ट्रॉफी को काटने के लिए प्रसिद्ध हैं।
दांत
जब पदक को काटते समय टूट गया था जर्मनी के खिलाड़ी दांत
पदक को दांतों से काटकर फोटो खिंचवाने के चक्कर में एक एथलीट ने अपना दांत ही तोड़ लिया था।
यह घटना 2010 के शीतकालीन ओलंपिक की है। जर्मनी के लुगर डेविड मोलर ने रजत पदक जीता था। फोटोग्राफर ने उन्हें पदक को दांतों से काटने को कहा था। उस दौरान उनका दांत टूट गया था।
मोलर ने जर्मन अखबार बिल्ड से कहा था, "पदक को काटने के बाद रात के खाने में मैंने देखा कि मेरा एक दांत गायब था।"