ब्रैड हॉग ने रविचंद्रन अश्विन के मुकाबले इस गेंदबाज को बताया विश्व का बेस्ट स्पिनर
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के कारण क्रिकेट पर लगे ब्रेक का फायदा वर्तमान और पूर्व क्रिकेटर्स सोशल मीडिया पर समय बिताकर उठा रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व चाइनामैन गेंदबाज ब्रैड हॉग पिछले कुछ समय से ट्विटर पर काफी एक्टिव हैं और लगातार फैंस के सवालों का जवाब दे रहे हैं।
नाथन ल्योन और रविचंद्रन अश्विन में बेस्ट स्पिनर कौन है, के सवाल पर हॉग ने ल्योन को अश्विन से बेहतरीन ऑफ स्पिनर बताया है।
बयान
पिछले कुछ सालों में अश्विन से आगे निकल चुके हैं ल्योन- हॉग
भले ही अश्विन ने अपने प्रदर्शन से खुद को लगातार साबित किया है, लेकिन हॉग का मानना है कि ल्योन ने पिछले कुछ सालों में खुद को विश्व का बेस्ट ऑफ स्पिनर बनाया है।
हॉग ने कहा, "मुझे लगता है कि ल्योन ने पिछले साल से ही अश्विन को पछाड़ दिया है और बेस्ट स्पिनर बन गए हैं। हालांकि, मुझे यह बात पसंद आती है कि ये खिलाड़ी लगातार अपने खेल में सुधार लाते रहते हैं।"
गेंदबाजी औसत
विदेश में अश्विन से बढ़िया है ल्योन का औसत
अपने देश से बाहर खेले टेस्ट मैचों की बात करें तो अश्विन ने 28 टेस्ट में 31.44 की औसत के साथ 111 विकेट लिए हैं।
हालांकि, इनमें से 43 विकेट तो एशिया में ही आए हैं।
ल्योन की बात करें तो उन्होंने 44 टेस्ट में 29.42 की औसत के साथ 184 विकेट लिए हैं।
बता दें कि ल्योन ने इंग्लैंड में 45, दक्षिण अफ्रीका में 28 और भारत में 34 विकेट लिए हैं।
घर में आंकड़े
घर में ल्योन से कहीं बेहतर हैं अश्विन
भारत में खेले 43 टेस्ट में अश्विन ने 22.80 की शानदार औसत के साथ 254 विकेट लिए हैं। इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज़्यादा 50 विकेट लिए हैं।
ल्योन ने ऑस्ट्रेलिया में खेले 48 टेस्ट में 31.93 की औसत से 191 विकेट लिए हैं। वह अपने घर में भारत के खिलाफ सबसे ज़्यादा 51 विकेट ले चुके हैं।
ल्योन ने कुल 96 टेस्ट में 390 तो वहीं अश्विन ने 71 टेस्ट में 365 विकेट लिए हैं।
रोहित और पंत
इससे पहले रोहित शर्मा और ऋषभ पंत के लिए यह बोल चुके हैं हॉग
इससे पहले हॉग ने रोहित शर्मा को वर्तमान समय में टी-20 क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने में सक्षम इकलौता बल्लेबाज बताया था।
उन्होंने कहा था कि रोहित के पास इतने शॉट हैं कि वह मैदान के किसी कोने में छक्का लगा सकते हैं।
हॉग ने ऋषभ पंत को भी सलाह दी थी कि वह माइंड कोच के साथ काम करके अपने प्रदर्शन में निरंतरता ला सकते हैं क्योंकि उनके पास टैलेंट की कमी नहीं है।