Page Loader
भारत को इंग्लैंड की धरती पर कब और कैसे मिली थी पहली टेस्ट और सीरीज जीत?
भारत ने 1971 में इंग्लैंड में हासिल की थी पहली टेस्ट जीत (तस्वीर: एक्स/@RCB)

भारत को इंग्लैंड की धरती पर कब और कैसे मिली थी पहली टेस्ट और सीरीज जीत?

Jun 20, 2025
11:54 am

क्या है खबर?

भारतीय क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट टीम पहले टेस्ट मैच के लिए शुक्रवार (20 जून) को हेंडिंग्ले में आमने-सामने होंगी।

नए कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में भारतीय टीम के लिए यह दौरा काफी चुनौतीपूर्ण होने वाला है। इसका कारण है कि इंग्लैंड को उसके घर में हराना काफी मुश्किल होता है।

भारत को इंग्लैंड की धरती पर पहला टेस्ट और सीरीज जीतने में 39 साल लगे थे। आइए इंग्लैंड में भारत की पहली टेस्ट जीत पर नजर डालते हैं।

इंतजार

भारत को इंग्लैंड में 22वें टेस्ट में मिली थी पहली जीत

भारत को इंग्लैंड में पहली टेस्ट जीत दर्ज करने के लिए 22 टेस्ट मैचों का इंतजार करना पड़ा था।

दोनों टीमों के बीच द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज की शुरुआत 1932 में हुई थी। उस दौरान एकमात्र टेस्ट को इंग्लैंड ने 158 रन से जीता था।

उसके बाद भारतीय टीम 1936, 1946, 1952, 1959, 1967 में भी इंग्लैंड दौरे पर गई, लेकिन जीत नहीं मिली। इसके बाद 1971 में सीरीज के तीसरे टेस्ट में भारत ने पहली जीत दर्ज की थी।

जीत

भारत को द ओवल में मिली थी पहली जीत

1971 में भारतीय टीम अजीत वाडेकर की कप्तानी में इंग्लैंड दौरे पर गई थी। उस दौरान लॉर्ड्स और मैनचेस्टर में खेले गए पहले 2 टेस्ट मैच ड्रॉ पर समाप्त हो गए थे।

इसके बाद 19 से 24 अगस्त तक द ओवल में खेले गए सीरीज के तीसरे और आखिरी टेस्ट में भारतीय टीम ने दमदार प्रदर्शन किया और 4 विकेट से जीत दर्ज कर इंग्लिश धरती पर 39 सालों से चले आ रहे जीत के सूखे को खत्म कर दिया।

मुकाबला

कैसा रहा था मुकाबले का हाल?

मैच में इंग्लिश कप्तान रे इलिंगवर्थ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया।

उसके बाद इंग्लिश टीम ने जॉन जेमिसन (80), विकेटकीपर बल्लेबाज एलन नॉट (90) रिचर्ड हटन (81) की पारियों से पहली पारी में 355 रन का स्कोर खड़ा किया। भारत से एकनाथ सोलकर ने सर्वाधिक 3 विकेट झटके।

जवाब में भारतीय टीम दिलीप सरदेसाई (54) और फारूख इंजीनियर (59) के अर्धशतकों से 284 पर पर ढेर हो गई। इंग्लैंड के कप्तान इलिंगवर्थ ने सर्वाधिक 5 विकेट झटके।

वापसी

भागवत चंद्रशेखर ने दिखाया पहली जीत का रास्ता

पहली पारी में 71 रनों की बढ़त के बाद इंग्लैंड की दूसरी पारी में भारतीय लेग स्पिनर भागवत चंद्रशेखर ने दमदार प्रदर्शन करते हुए भारत को जीत का रास्ता दिखा दिया।

चंद्रशेखर ने पारी में 18.1 ओवर में 3 मेडन के साथ केवल 38 रन खर्च करते हुए 6 विकेट चटका लिए। इसके चलते पूरी इंग्लिश टीम 101 रन पर पवेलियन लौट गई।

इसके बाद भारत को चौथी पारी में जीत के लिए 173 रन का लक्ष्य मिला था।

जीत

भारत ने इस तरह हासिल किया लक्ष्य

173 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।

इसके बाद कप्तान वाडेकर (45), सरदेसाई (40), गुंडप्पा विश्वनाथ (33) और इंजीनियर (28*) ने धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी करते हुए भारत को 4 विकेट से जीत दिला दी। इसके साथ ही भारत ने सीरीज पर 1-0 से जीत ली।

चंद्रशेखर का वह गेंदबाजी प्रदर्शन आज भी इंग्लैंड में भारतीय गेंदबाज द्वारा किया गया तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।