स्पिन गेंदबाजी कितने प्रकार की होती है और इन्हें कैसे फेंकते हैं?
क्रिकेट में दो तरह के गेंदबाज पाए जाते हैं। एक होते हैं तेज गेंदबाज और दूसरे होते हैैं स्पिन गेंदबाज। स्पिन गेंदबाजी क्रिकेट की सबसे पुरानी कलाओं में से एक हैं और इसमें गेंदबाज गेंद को घुमाकर बल्लेबाज को परेशान करते हैं। इस कला में माहिर गेंदबाज दुनिया के दिग्गज से दिग्गज से बल्लेबाज को अपनी गेंदों के साथ घूमने पर मजबूर कर देते हैं। आइए जानते हैं स्पिन के प्रकार और हर विविधता के बारे में।
दो प्रकार की होती है स्पिन गेंदबाजी
स्पिन गेंदबाजी मुख्यतः ऑफ स्पिन और लेग स्पिन के रूप में होती है। ऑफ स्पिनर की गेंदें दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए अंदर तो वहीं बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए बाहर की तरफ जाती हैं। ऑफ स्पिन गेंदबाजी के लिए बीच की उंगुली को प्रयोग में लाया जाता है। लेग स्पिन को कलाई के सहारे कराया जाता है और इसमें गेंद बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए अंदर और दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए बाहर जाती है।
इस तरह 'दूसरा' फेंकते हैं ऑफ स्पिनर गेंदबाज
ऑफ स्पिन गेंदबाजों के पास 'दूसरा' नाम की एक गेंद होती है जो विपरीत दिशा में स्पिन होती है। इसके लिए गेंद को तर्जनी और अनामिका उंगली के बीच में फंसाना होता है और गेंद छोड़ते समय हाथ का पिछला हिस्सा बल्लेबाज की सिधाई में होना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इसकी खोज सकलैन मुश्ताक ने की है। मुथैय्या मुरलीधरन, हरभजन सिंह और सइद अजमल भी इसका प्रयोग कर चुके हैं।
ऑफ स्पिनर्स का घातक हथियार है 'कैरम बॉल'
श्रीलंका के पूर्व स्पिनर अजंता मेंडिस ने अपने करियर के शुरुआती दौर में 'कैरम बॉल' को मशहूर करने का काम किया था। इस गेंद को फेंकने के लिए गेंद को अंगूठे, तर्जनी और मध्यमा उंगली के बीच में फंसाना होता है। गेंद को आमतौर पर छोड़ने की बजाय गेंदबाज इसे कैरम स्ट्राइकर की तरह फ्लिक करता है। हाशिल अमला को फेंकी गई रविचंद्रन अश्विन की कैरल बॉल को बॉल ऑफ द सेंचुरी कहा जाता है।
बल्लेबाजों को 'गुगली' से चौंकाते हैं लेग स्पिनर्स
भले ही लेग स्पिनर की आम गेंदें ऑफ साइड की तरफ स्पिन होती हैं, लेकिन गुगली विपरीत दिशा में घूमती है। देखने में यह बिल्कुल लेग स्पिन की तरह ही होता है, लेकिन गेंद छोड़ते समय गेंदबाज कलाकारी कर जाते हैं। गेंद को हथेली में इस प्रकार रखा जाता है कि इसकी सीम तीसरी उंगली पर टिकी हो। छोड़ने से ठीक पहले तीसरी और चौथी उंगली से गेंद पर प्रेशर डाला जाता है और कलाई दाएं से बाएं घूमती है।
कुछ लेग स्पिनर्स करते हैं 'फ्लिपर' का इस्तेमाल
फ्लिपर गेंद को साधारण लेग स्पिन की तरह ही फेंका जाता है, लेकिन यह काफी कम उछाल लेती है। इसके लिए गेंद को अंगूठे और पहली दो उंगलियों के बीच में दबाया जाता है और सीम के जोड़ को एक्रॉस रखा जाता है। गेंद छोड़ते समय अंगूठा गेंद को आगे क्लिक करता है जिससे कि यह सीधी और नीची रहती है। शेन वॉर्न ने 1994 में एलेक स्टुअर्ट को अदभुत फ्लिपर फेंकी थी।
ऑफ स्पिनर्स फेंकते हैं 'ऑर्म बाल'
ऑर्म बाल का इस्तेमाल ऑफ स्पिनर या फिर स्लो लेफ्ट ऑर्म गेंदबाजों के द्वारा किया जाता है। ऑर्म बाल को कलाई के गेंदबाजों के स्लाइडर के बराबर माना जाता है। इसे फेंकने के लिए गेंद रिलीज करते समय उसके पीछे के हिस्से को रोल किया जाता है जिससे कि यह सीधी जाए। ज़्यादातर मौकों पर इसे तेजी के साथ फेंका जाता है जिससे कि गेंद के पास स्पिन होने का मौका नहीं रहे।
दोनों तरह के स्पिनर करते हैं 'टॉप स्पिन' का इस्तेमाल
टॉप स्पिन एक ऐसी गेंद है जिसका इस्तेमाल लेग स्पिनर और ऑफ स्पिनर दोनों ही बेहद कम करते हैं। उंगलियों के ऊपर से फेंकी जाने वाली यह गेंद ज़्यादा ऊपर नहीं उठती है। टॉप स्पिन गेंद हवा में ही बल्लेबाजी की तरफ स्पिन होती हुई जाती है। ऑफ स्पिनर इसे पहली उंगली के बार से तो वहीं लेग स्पिनर इसे तीसरी उंगली के सहारे से फेंकते हैं।