रॉयल लंदन कप: टूर्नामेंट से बाहर हुए चोटिल क्रुणाल पंड्या, क्लब ने दी जानकारी
क्या है खबर?
भारतीय ऑलराउंडर क्रुणाल पंड्या का इंग्लैंड में जारी रॉयल लंदन कप में अभियान समाप्त हो गया। वह चोट (ग्रोइन इंजरी) के कारण बचे हुए सीजन से बाहर हो चुके हैं। उनके क्लब वारविकशायर की ओर से यह आधिकारिक ऐलान किया जा चुका है।
इस सीजन में उन्होंने 17 अगस्त को अपना आखिरी मैच खेला था और उस मैच में वह चोटिल हो गए थे।
आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
बयान
वारविकशायर ने जारी किया बयान
वारविकशायर के क्रिकेट निदेशक पॉल फारब्रेस ने काउंटी द्वारा जारी एक बयान में कहा, "टूर्नामेंट के शेष भाग के लिए क्रुणाल को खोना निराशाजनक है, लेकिन वह हमारी शुभकामनाओं के साथ क्लब का साथ छोड़ रहे हैं। क्रुणाल खिलाड़ियों के लिए रोल मॉडल हैं और मुझे यकीन है कि टीम के युवा सदस्यों ने उनसे बहुत कुछ सीखा होगा।"
फारब्रेस ने आगे बताया कि वह किसी खिलाड़ी को बचे हुए सीजन के लिए साइन नहीं करेंगे।
इंजरी
नॉटिंघमशायर के खिलाफ चोटिल हुए थे क्रुणाल
क्रुणाल को इंग्लैंड की लिस्ट-A प्रतियोगिता रॉयल लंदन कप में वारविकशायर काउंटी क्रिकेट क्लब ने इस साल जुलाई में साइन किया था।
वह पिछले हफ्ते नॉटिंघमशायर के खिलाफ हुए मैच के दौरान चोटिल हो गए थे। उन्होंने उस मैच में 37 रन बनाए थे। वह दूसरी पारी के दौरान मैदान पर फील्डिंग के लिए भी नहीं उतरे थे।
इसके बाद चोट के कारण ही वह मिडलसेक्स और डरहम के खिलाफ हुए अगले मैचों में भी नहीं खेले थे।
प्रदर्शन
ऐसा रहा क्रुणाल का प्रदर्शन
रॉयल लंदन कप के इस सीजन में क्रुणाल ने वारविककशायर के लिए पांच मैच खेले, जिसमें उन्होंने 33.50 की औसत से 134 रन बनाए थे। इस बीच 'द ओवल' में सरे के खिलाफ हुए मैच में उन्होंने 82 गेंदों में 74 रनों की पारी खेली थी।
दूसरी तरफ गेंदबाजी में उन्होंने 25.00 की औसत से नौ विकेट लिए। उन्होंने ससेक्स और लीसेस्टरशायर के खिलाफ लगातार तीन-तीन विकेट भी लिए थे।
वाशिंगटन सुंदर
क्रुणाल से पहले सुंदर भी हुए थे चोटिल
क्रुणाल से पहले बीते 10 अगस्त को वाशिंगटन सुंदर लंकाशायर और वोरस्टरशायर के बीच रॉयल लंदन वनडे मैच के दौरान मैदान पर फील्डिंग करते हुए अपना कंधा चोटिल करा बैठे थे।
उनके क्लब लंकाशायर ने बयान जारी करके बताया था कि सुंदर बाएं कंधे का इलाज कराने के लिए मैदान से बाहर चले गए थे।
वह चोट के कारण जिम्बाब्वे दौरे से भी बाहर हो गए थे। उनके स्थान पर शाहबाज अहमद को चुना गया था।