गाबा की ऐतिहासिक जीत पर रोने लगे थे वीवीएस लक्ष्मण, खुद किया खुलासा
क्या है खबर?
पिछले महीने भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया में खेले गए गाबा टेस्ट को जीतकर सीरीज को 2-1 से अपने नाम किया था। युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन के दम पर भारत ने तीन विकेट से जीत हासिल की थी।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण इस ऐतिहासिक जीत पर रोने लगे थे। उन्होंने खुद इस बात को स्वीकार किया है।
बता दें कि गाबा के मैदान में यह भारत की यह पहली जीत थी।
आइए एक नजर डालते हैं पूरी खबर पर।
बयान
मैच जीतने के साथ ही मेरी आंखो से आंसू आने लगे- लक्ष्मण
लक्ष्मण ने स्पोर्ट्स टुडे से कहा, "मैं बहुत भावुक हो गया था। मैं आखिरी दिन अपने परिवार के साथ मैच देख रहा था। मैच जीतने के साथ ही मेरी आँखों से आंसू आए थे। मैं चाहता था कि भारत ऑस्ट्रेलिया को हराए और विशेष रूप से एडिलेड में खराब प्रदर्शन के बाद।"
उन्होंने कहा, "आखिरी टेस्ट से पहले हर कोई कह रहा था कि भारतीय टीम गाबा में खेलने से डरती है क्योंकि वहां ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन लाजवाब रहा है।"
आंकड़े
भारत ने भेदा था गाबा का अभेद किला
गाबा ऑस्ट्रेलिया के लिए काफी सफल मैदान रहा है और यहां कंगारू टीम ने बेहद कम शिकस्त झेली हैं।
1989 से वे इस मैदान पर अजेय रहे थे, लेकिन भारतीय टीम उनके 32 सालों से चले आ रहे राज को खत्म कर दिया।
गाबा में खेले 33 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने 25 मैच जीते हैं और सात ड्रॉ रहे थे।
इस हार से पहले गाबा में ऑस्ट्रेलिया लगातार सात टेस्ट जीती थी।
डाटा
ऐसा रहा था गाबा टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 369 रन बनाए थे, जवाब में भारत ने 336 रन बनाए। छोटी बढ़त हासिल करने वाली कंगारू टीम ने दूसरी पारी में 294 रन बनाए। इसके बाद गिल, पुजारा और पंत ने अर्धशतक लगाकर भारतीय टीम को जीत दिलवाई थी।
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विश्वकप 2011 में भी रोए थे लक्ष्मण
लक्ष्मण ने यह भी बताया कि वह इससे पहले 2011 विश्वकप फाइनल को देखते हुए भी रोए थे, जब भारत ने श्रीलंका को हराकर खिताब जीता था।
उन्होंने आगे कहा, "मैं दो बार रोया हूं, एक बार 2011 में, जब भारत ने विश्वकप जीता था क्योंकि मैं हमेशा विश्व विजेता टीम का हिस्सा बनना चाहता था और मैंने खिताब जीतने वाले खिलाड़ियों के साथ खेला था और वह मेरे बहुत करीबी थे।"
क्या आप जानते हैं?
विश्वकप नहीं खेल सके हैं लक्ष्मण
वीवीएस लक्ष्मण ने भारत की ओर से 86 वनडे खेले हैं, जिसमें उन्होंने लगभग 31 की औसत से 2,338 रन बनाए हैं। 1998 में वनडे डेब्यू करने वाले लक्ष्मण ने 2006 में अपना आखिरी वनडे खेला, लेकिन वह कभी विश्वकप नहीं खेल सके।
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युवा भारतीय टीम के मुरीद हुए लक्ष्मण
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में युवा भारतीय टीम ने उम्दा प्रदर्शन किया, जिसकी लक्ष्मण ने भी तारीफ की है।
उन्होंने कहा, "मैं हमेशा ऑस्ट्रेलिया को उसके घर पर हराना चाहता था, लेकिन मैं एक क्रिकेटर के रूप में ऐसा नहीं कर सका। मुझे बहुत गर्व हुआ कि इस युवा भारतीय टीम ने ऐसा कारनामा किया और मेरी आँखों से आँसू आ गए। इस उपलब्धि को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता।"