विजय हजारे ट्रॉफी: रुतुराज गायकवाड़ की कप्तानी में महाराष्ट्र की टीम घोषित, केदार जाधव भी शामिल
युवा बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ को 20 फरवरी से शुरू होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी के लिए महाराष्ट्र की टीम का कप्तान बनाया गया है। अनुभवी केदार जाधव को भी 20 सदस्यीय टीम में चुना गया है। महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने ट्विटर पर टीम का ऐलान किया है। बता दें 21 फरवरी को महाराष्ट्र को अपना पहला मैच हिमाचल प्रदेश के खिलाफ खेलना है। एक नजर डालते हैं पूरी टीम पर।
बल्लेबाजी विभाग में हैं चर्चित खिलाड़ी
कप्तान रुतुराज और केदार के अलावा टीम के अन्य बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी, अंकित बावने और नौशाद शेख हैं। इनके अलावा निखिल नाइक और विशांत मोरे दो विकेटकीपर अपनी जगह बनाने में सफल हुए हैं। दूसरी तरफ गेंदबाजी में सत्यजीत बच्चव, जगदीश जोपे, आशय पालकर, मनोज इंगले, प्रदीप दाधे और मुकेश चौधरी को चुना गया है। विजय हजारे ट्रॉफी के लिए महाराष्ट्र की टीम में बल्लेबाजों के मुकाबले गेंदबाजी में बड़े चेहरे नहीं हैं।
ऐसी है महाराष्ट्र की 20 सदस्यीय टीम
रुतुराज गायकवाड़ (कप्तान), राहुल त्रिपाठी, अंकित बावने, नौशाद शेख, केदार जाधव, अजीम काजी, निखिल नाइक, विशाल मोरे, सत्यजीत बच्चव, आशय पालकर, प्रदीप दधे, तरनजीत सिंह ढिल्लों, शम्सशुज्म काजी, मुकेश चौधरी, मनोज इंगले, राज्यवर्धन हैंगरगेकर, जगदीश जोपे, यश नाहर, यश क्षीरसागर, रणजीत निकम।
पहले मैच में हिमाचल से भिड़ेगी महाराष्ट्र
विजय हजारे ट्रॉफी में महाराष्ट्र को दिल्ली, मुंबई, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और पुदुचेरी के साथ एलीट ग्रुप-D में रखा गया है। बता दें एलीट ग्रुप-D के सभी लीग स्टेज मुकाबले जयपुर में खेले जाने हैं। विजय हजारे ट्रॉफी में रुतुराज की अगुवाई में महाराष्ट्र अपने अभियान की शुरुआत 21 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के खिलाफ करेगी। इसके बाद महाराष्ट्र को अपना दूसरा मैच 23 फरवरी को मुंबई के खिलाफ खेलना है।
अब तक विजय हजारे ट्रॉफी जीतने में नाकाम रही है महाराष्ट्र
हाल ही में समाप्त हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में महाराष्ट्र ने निराशाजनक प्रदर्शन किया था। राहुल त्रिपाठी की कप्तानी में टीम ग्रुप स्टेज का सिर्फ एक ही मैच जीत सकी थी। महाराष्ट्र की टीम भारत की घरेलू एकदिवसीय प्रतियोगिता विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब भी अब तक नहीं जीत सका है। बता दें तमिलनाडु इस प्रतियोगिता की सबसे सफल टीम है, जिसने सर्वाधिक पांच बार ये खिताब जीता है।