
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वनडे सीरीज के लिए वेंकटेश और रुतुराज का चुना जाना तय- रिपोर्ट
क्या है खबर?
अगले साल की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका अपने घर में भारत के खिलाफ वनडे सीरीज खेलेगा। दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय चयनकर्ताओं ने अब तक वनडे टीम घोषित नहीं की है। रोहित शर्मा को वनडे टीम का नया कप्तान बना दिया गया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए वेंकटेश अय्यर का चयन होना लगभग तय है। इसके अलावा रुतुराज गायकवाड़ ने भी अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है।
वेंकटेश अय्यर
अय्यर का चुना जाना तय
मध्य प्रदेश के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में अय्यर अब तक चार मैचों में दो शतक और एक अर्धशतक लगा चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने पांच से अधिक विकेट भी हासिल किए हैं। वेंकटेश अपनी टीम के लिए हर मैच में लगभग 10 ओवर की गेंदबाजी कर रहे हैं।
हार्दिक पंड्या फिलहाल मैदान पर नहीं हैं और उनके सही विकल्प के रूप में वेंकटेश का पलड़ा काफी भारी है।
टेस्ट
मध्यक्रम में खेलकर टेस्ट में पास हो चुके हैं वेंकटेश
वेंकटेश को टीम में चुना जाता तो वह टॉप आर्डर में नहीं खेल पाते और उन्हें मध्यक्रम या निचले क्रम में ही बल्लेबाजी करनी पड़ती। वेंकटेश ने पहले ही इस टेस्ट में पास होने के लिए मध्य प्रदेश के लिए चौथे से लेकर छठे नंबर तक बल्लेबाजी की है।
चार नंबर पर उन्होंने 112 तो वहीं पांचवें नंबर पर 151 रनों की पारी खेली है। अब उन्हें टीम में चुने जाने को लेकर कोई शंका नहीं दिख रही है।
रुतुराज गायकवाड़
रुतुराज हो सकते हैं बैकअप ओपनर
रुतुराज गायकवाड़ ने महाराष्ट्र के लिए लगातार तीन शतक लगाए हैं और फिलहाल विजय हजारे में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। रुतुराज लगातार अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं और चयनकर्ताओं के लिए उन्हें नजरअंदाज कर पाना आसान नहीं होगा।
केएल राहुल और रोहित शर्मा के मौजूद होने की स्थिति में रुतुराज बैकअप ओपनर बन सकते हैं और समय आने पर उन्हें प्लेइंग इलेवन में भी मौका मिल सकता है।
शिखर धवन
धवन को मिल सकता है आखिरी मौका
शिखर धवन ने दिल्ली के लिए विजय हजारे में निराशाजनक प्रदर्शन किया है। अब तक खेले चार मैचों में उनका सर्वोच्च स्कोर 18 रहा है। हालांकि, नए भारतीय हेडकोच राहुल द्रविड़ सीनियर खिलाड़ियों को एक झटके में बाहर करने के पक्षधर नहीं है।
ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि धवन को टीम में शामिल किया जाएगा और अंतिम मौके के रूप में दौरे पर एक-दो मैच भी खेलने का अवसर दिया जा सकता है।