ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत: 131 ओवर्स खेलकर भारत ने ड्रॉ कराया तीसरा टेस्ट, बने ये रिकॉर्ड्स
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सिडनी में खेला गया तीसरा टेस्ट मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ है।
मेजबान टीम ने भारत को 407 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था जिसके जवाब में भारतीय टीम ने 334/5 का स्कोर बनाया।
भारत ने कुल 131 ओवर्स बल्लेबाजी करके मुकाबला ड्रॉ कराया। भारत की ओर से ऋषभ पंत (97) ने सबसे अधिक रन बनाए।
आइए जानते हैं कैसा रहा मुकाबला और क्या बने रिकॉर्ड्स।
चेतेश्वर पुजारा
6,000 टेस्ट रन बनाने वाले 11वें भारतीय बने पुजारा
चेतेश्वर पुजारा ने दूसरी पारी में 77 और पहली पारी में 50 रन बनाए। इसी के साथ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपने 6,000 रन भी पूरे किए।
6,000 टेस्ट रन बनाने वाले वह 11वें भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
भारत से बाहर खेले गए टेस्ट मैचों में पुजारा पहली बार चौथी पारी में अर्धशतक लगा सके हैं।
इससे पहले उन्होंने 2014 में चौथी पारी का आखिरी अर्धशतक लगाया था।
ऋषभ पंत
पंत ने बनाए कुछ बेहतरीन रिकॉर्ड्स
ऋषभ पंत ने दूसरी पारी में 118 गेंदों में 97 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली जिसमें 12 चौके और तीन छक्के शामिल रहे।
टेस्ट मैच की चौथी पारी में नर्वस नाइंटीज का शिकार होने वाले पंत दुनिया के तीसरे विकेटकीपर बल्लेबाज बने हैं।
पंत की यह पारी टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी में किसी विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा खेली गई आठवीं सबसे बड़ी पारी है।
इससे पहले पंत चौथी पारी में 114 रन भी बना चुके हैं।
रोहित और गिल
रोहित और गिल ने बनाया यह ओपनिंग साझेदारी रिकॉर्ड
रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने दोनों पारियों में 50 से अधिक रनों की ओपनिंग साझेदारी की।
1968 के बाद यह पहला मौका है जब ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट की दोनो पारियों में भारतीय ओपनिंग जोड़ी ने 50 या उससे अधिक रनों की साझेदारी की है।
2006 के बाद यह पहला मौका है जब घर से बाहर भारतीय ओपनिंग जोड़ी ने टेस्ट की अंतिम पारी में 50 या उससे ज्यादा रनों की साझेदारी की है।
पुजारा और पंत
पुजारा और पंत ने तोड़ा 72 साल पुराना रिकॉर्ड
पंत और पुजारा ने अंतिम दिन 43.3 ओवर्स साथ बल्लेबाजी करके चौथे विकेट के लिए 148 रन जोड़े।
इसके साथ ही उन्होंने भारत के लिए चौथी पारी में चौथे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बना दिया है।
पुजारा और पंत ने 1949 में विजय हजारे तथा रूसी मोदी द्वारा बनाए गए 139 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ा है।
यह ऑस्ट्रेलिया में भारत की दूसरी चौथी पारी की सबसे बड़ी साझेदारी बन गई है।
विहारी और अश्विन
विहारी और अश्विन के नाम हुआ यह रिकॉर्ड
अश्विन और विहारी ने छठे विकेट के लिए 259 गेंदों में अविजित 62 रनों की साझेदारी की।
भारत के लिए छठे विकेट के लिए अविजित साझेदारी में सबसे अधिक गेंद खेलने का रिकॉर्ड इन दोनों के नाम हो गया है।
टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में 1992 के बाद यह पहला मौका है जब भारत के चार बल्लेबाजों ने 100 या उससे अधिक गेंदों का सामना किया है।
भारतीय टीम
मैच में भारत के नाम हुए ये रिकॉर्ड्स
131 ओवर खेलने वाली भारतीय टीम के लिए यह 1980 के बाद टेस्ट की चौथी पारी में खेले गए सबसे अधिक ओवर हैं।
ऑस्ट्रेलिया में मैच ड्रा कराने के लिए यह किसी एशियन टीम द्वारा चौथी पारी में खेले गए सबसे अधिक ओवर हैं।
चौथी पारी में मैच ड्रा कराने के लिए यह भारत द्वारा खेले गए संयुक्त रूप से चौथे सबसे अधिक ओवर हैं।
उन्होंने 1979 में सबसे अधिक 150.5 ओवर्स खेले थे।
विहारी और अश्विन
विहारी और अश्विन की जोड़ी ने ड्रा कराया मुकाबला
पंत और पुजारा जब तक बल्लेबाजी कर रहे थे तब लग रहा था कि भारत ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगा।
हालांकि, 22 रन के भीतर दोनों बल्लेबाजों के आउट हो जाने के कारण भारत ने मैच ड्रा कराने के लिए खेलना शुरु कर दिया।
पांचवां विकेट गिरने के बाद भारत को 44 ओवर में 135 रन चाहिए थे।
विहारी (161 गेंद 23* रन) और अश्विन (128 गेंद 39* रन) ने 43 ओवर खेलकर मैच ड्रॉ कराया।
लेखा-जोखा
इस तरह का रहा मुकाबला
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्टीव स्मिथ (131) की बदौलत 338 रन बनाए थे जिसके जवाब में भारत पहली पारी में केवल 244 रन बना सका।
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने कैमरून ग्रीन (84) की बदौलत अपनी पारी 312/6 के स्कोर पर घोषित की थी।
407 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 334/5 का स्कोर बनाया और मैच ड्रा कराया।
ऋषभ पंत (97) ने सबसे अधिक रन बनाए।