टेस्ट क्रिकेट: इन बल्लेबाजों ने एक मैच में कुल 400 या उससे अधिक रन बनाए
टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजों के पास बड़ी पारी खेलने का मौका होता है। क्रिकेट के सबसे बड़े प्रारूप में बल्लेबाज अपनी बेहतर तकनीक और धैर्य की परीक्षा देते हुए बड़ी पारियां खेलने में सफल हो पाते हैं। अब तक चुनिंदा मौकों पर बल्लेबाजों ने एक टेस्ट में 400 या अधिक रन (दोनों पारियों को मिलाकर) बनाए हैं। इसमें कोई भी भारतीय बल्लेबाज शामिल नहीं हैं। आइए इन खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं।
ग्राहम गूच (456 रन बनाम भारत, 1990)
इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज ग्राहम गूच एक टेस्ट की दोनों पारियों को मिलाकर सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने 1990 में भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ पहली पारी में 332 रन बनाए और इंग्लैंड ने अपनी पारी 653/4 पर घोषित की थी। इसके बाद अपनी दूसरी पारी में उन्होंने 123 रन बनाए और इंग्लिश टीम ने अपनी दूसरी पारी 272/4 के स्कोर पर घोषित की थी। आखिरकार मेजबान टीम ने उस मुकाबले को 247 रन से जीता था।
मार्क टेलर (426 रन बनाम पाकिस्तान, 1998)
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के मार्क टेलर ने 1998 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ टेस्ट में कुल 426 रन बनाए थे। उन्होंने पेशावर में खेले गए उस मुकाबले की पहली पारी में नाबाद 334 रन बनाए थे। यह उनके टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर साबित हुआ था। अपनी दूसरी पारी में वह 92 रन बनाकर आउट हुए थे। मेजबान पाकिस्तान ने उस मुकाबले को ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की थी।
कुमार संगाकारा (424 रन बनाम बांग्लादेश, 2014)
श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार संगाकारा ने 2014 में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाफ चटगांव टेस्ट में 319 और 105 रन के स्कोर किए थे। यह संगाकारा के टेस्ट करियर का इकलौता तिहरा शतक साबित हुआ। उनकी पारियों की बदौलत श्रीलंकाई टीम ने उस मुकाबले में क्रमशः 587 और 305/4 (पारी घोषित) के स्कोर बनाए थे। हालांकि, उस मुकाबले में मेजबान टीम ने भी बल्लेबाजी में संघर्ष किया था और मैच ड्रॉ रहा था।
ब्रायन लारा (400* रन बनाम इंग्लैंड, 2004)
वेस्टइंडीज के पूर्व महान बल्लेबाज ब्रायन लारा टेस्ट क्रिकेट में 400 रन बनाने का कारनामा करने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं। उन्होंने साल 2004 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ सेंट जोंस में खेले गए मैच में 582 गेंदों पर नाबाद 400 रन बनाए थे। उन्होंने अपनी मैराथन पारी में 43 चौके और 4 छक्के लगाए थे। दूसरी पारी में वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी नहीं आ सकी थी और मैच आखिरकार ड्रॉ रहा था।