केपटाउन टेस्ट: पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका ने बनाए 210 रन, भारत को मिली बढ़त
केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच खेला जा रहा तीसरा टेस्ट रोमांचक स्थिति में पहुंच गया है। पहली पारी में 223 रन बनाने के बाद भारत ने दक्षिण अफ्रीका की पारी को भी 210 रनों पर समेट दिया है। दक्षिण अफ्रीका के लिए कीगन पीटरसन (72) ने सबसे अधिक रनों का योगदान दिया। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने सबसे अधिक पांच विकेट हासिल किए। आइए जानते हैं कैसी रही दक्षिण अफ्रीकी पारी।
दिन की दूसरी गेंद पर ही लगा दक्षिण अफ्रीका को दूसरा झटका
पहले दिन के 17/1 के स्कोर पर दूसरा दिन शुरु करने वाली दक्षिण अफ्रीका को दिन की दूसरी गेंद पर ही पहला झटका लग गया था। ऐइडन मार्करम को बुमराह ने क्लीन बोल्ड करके पवेलियन का रास्ता दिखाया। इसके बाद पीटरसन और नाइटवाचमैन केशव महाराज ने पारी को संभालने की कोशिश की। महाराज 25 रन बनाकर उमेश यादव की गेंद पर क्लीन बोल्ड हुए। पहले सेशन में दक्षिण अफ्रीका को दो झटके लगे थे।
वान डर डूसेन और पीटरसन के बीच हुई 67 रनों की अहम साझेदारी
45 के स्कोर पर तीन विकेट गंवाने के बाद दक्षिण अफ्रीका मुश्किल में दिख रही थी, लेकिन पीटरसन और रासी वान डर डूसेन के बीच चौथे विकेट के लिए हुई साझेदारी ने उन्हें संभाला। दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 67 रनों की अहम साझेदारी की। लंच के बाद खेल शुरु होते ही वान डर डूसेन 21 रन बनाकर उमेश की गेंद पर स्लिप में कैच थमा बैठे।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
टेंबा बवुमा का कैच लेते ही विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 100 कैच भी पूरे किए। वह भारत के लिए टेस्ट में 100 या उससे अधिक कैच लेने वाले केवल छठे खिलाड़ी बने हैं।
पीटरसन ने लगाया दूसरा टेस्ट अर्धशतक
लंच के बाद भी युवा पीटरसन ने शानदार बल्लेबाजी जारी रखी और टेस्ट क्रिकेट में अपना दूसरा अर्धशतक लगाया। 72 रनों की शानदार पारी खेलकर वह बुमराह का शिकार बने। टेंबा बवुमा ने भी 28 रनों का योगदान दिया। 179 के स्कोर पर पीटरसन के रूप में आठवां विकेट गंवाने के बाद दक्षिण अफ्रीका को कगीसो रबाडा (15) और डुएन्ने ओलिविएर (10*) ने 200 के पार पहुंचाने का काम किया।
ऐसा रहा भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन
बुमराह ने 23.3 ओवर्स की गेंदबाजी में 42 रन खर्च करते हुए सबसे अधिक पांच विकेट हासिल किए। यह सातवां मौका है जब उन्होंने एक टेस्ट पारी में पांच या उससे अधिक विकेट लिए हैं। शमी और उमेश को भी दो-दो विकेट मिले। शार्दुल ठाकुर ने भी एक विकेट हासिल किया। नौ ओवर की गेंदबाजी करने वाले रविचंद्रन अश्विन को कोई भी विकेट नहीं मिला। चायकाल के बाद शमी अधिकतर समय मैदान से बाहर रहे।