टेस्ट क्रिकेट: स्मृति मंधाना ने टेस्ट क्रिकेट में लगाया तीसरा अर्धशतक, जानिए उनके आंकड़े
क्या है खबर?
भारतीय महिला क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम के बीच खेले जा रहे एकमात्र टेस्ट मैच में भारतीय टीम की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने कमाल की पारी खेली है।
उन्होंने अपने टेस्ट करियर का तीसरा अर्धशतक लगाया है। मंधाना 74 रन बनाने के बाद रनआउट हो गई।
ऑस्ट्रेलिया ने मैच की पहली पारी में 219 रन बनाए थे। जवाब में इस खिलाड़ी ने अपनी टीम को शानदार शुरुआत दिलाई।
आइए उनके आंकड़ों पर नजर डालते हैं।
पारी
कैसी रही मंधाना की पारी और साझेदारी?
मंधाना ने पहली गेंद से ही काफी संभलकर बल्लेबाजी की, उन्होंने पहले विकेट के लिए शफाली वर्मा के साथ 102 गेंद में 90 रन जोड़े।
शफाली 59 गेंद में 40 रन बनाने के बाद आउट हो गई। इसके बाद मंधाना ने स्नेह राणा के साथ 111 गेंद में 50 रन जोड़े।
भारतीय सलामी बल्लेबाज ने 106 गेंद का सामना करते हुए 74 रन बनाए। अपनी इस पारी में उन्होंने 12 चौके लगाए। उनकी स्ट्राइक रेट 69.81 की रही।
करियर
कैसा रहा है मंधाना का टेस्ट करियर?
मंधाना ने अपना पहला टेस्ट मुकाबला इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 2014 में खेला था।
उन्होंने अब तक 6 टेस्ट मैच खेले हैं और इसकी 10 पारियों में 49 की औसत से 441 रन बनाए हैं।
इस दौरान उन्होंने 1 शतक और 3 अर्धशतक लगाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 127 रन रहा है। मंधाना टेस्ट क्रिकेट में 1 बार नाबाद भी रही हैं।
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कमाल के हैं मंधाना के आंकड़े
मंधाना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2 टेस्ट मैच खेले हैं और इसकी 3 पारियों में 115.50 की औसत से 231 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से 1 शतक और 1 अर्धशतक निकला है।
मंधाना का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ स्कोर 127 रन रहा है। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में सबसे ज्यादा रन इसी टीम के खिलाफ बनाए हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय सलामी बल्लेबाज ने 3 मैच में 33.66 की औसत से 202 रन बनाए हैं।
2023
साल 2023 में कैसा रहा है मंधाना का प्रदर्शन?
साल 2023 में मंधाना ने 2 टेस्ट खेले हैं और इसकी 3 पारियों में 39.00 की औसत से 117 रन बनाए हैं।
उनके बल्ले से इस साल 1 अर्धशतक निकला है और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 74 रन रहा है।
साल 2022 में मंधाना 1 भी टेस्ट नहीं खेल पाईं थी। साल 2021 में उन्होंने 2 मैच में 61.00 की औसत से 244 रन बनाए थे।
उसी साल उन्होंने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक (127) भी लगाया था।