जन्मदिन विशेष: ऐसा था 'किंग ऑफ स्पिन' शेन वॉर्न का क्रिकेट करियर
क्या है खबर?
शेन वॉर्न को दुनिया के दिग्गज स्पिन गेंदबाज के तौर पर याद किया जाता है। साल 2022 में किंग ऑफ स्पिन नाम से मशहूर वॉर्न का निधन हो गया था।
आज अगर यह महान खिलाड़ी जिंदा होते तो अपना 54वां जन्मदिन मना रहे होते। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम का यह महान खिलाड़ी जब-जब मैदान पर उतरा अपनी शानदार गेंदबाजी से पूरी दुनिया को दीवाना बना दिया।
ऐसे में आइए उनके रोचक आंकड़े और क्रिकेट रिकॉर्ड्स के बारे में जानते हैं।
निधन
कैसे हुआ था वॉर्न का निधन?
वॉर्न की मौत थाईलैंड के एक विला में हुई थी। उनकी मौत का कारण दिल का दौरा पड़ने को बताया गया था।
वॉर्न अपने 3 दोस्तों के साथ वहां रह रहे थे। डिनर पर नहीं आने के कारण उनका 1 दोस्त उन्हें बुलाने गया था।
उसने देखा कि वॉर्न कमरे में गिरे पड़े हैं। उसने तुरंत उन्हें CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) दिया और एंबुलेंस को बुलाया। अस्पताल में भी उन्हें CPR दिया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका था।
करियर
शानदार रहा वॉर्न का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर
साल 1992 में वॉर्न ने भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था।
16 साल से अधिक चले करियर में उन्होंने 339 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 25.51 की औसत के साथ 1,001 विकेट लिए हैं।
अपने करियर में उन्होंने 38 बार पारी में 5 और 10 बार मैच में 10 विकेट लिए हैं। वॉर्न टेस्ट में दूसरे सबसे अधिक (708) विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
वॉर्न ने अपना आखिरी टेस्ट साल 2007 में खेला था।
विकेट
700 टेस्ट विकेट लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज थे वॉर्न
साल 2006 में वॉर्न टेस्ट क्रिकेट में 700 विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ चौथे एशेज टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की थी।
वह टेस्ट में 600 विकेट लेने वाले भी पहले गेंदबाज थे। साल 2005 में उन्होंने इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज मार्कस ट्रेस्कोथिक को आउट करके टेस्ट में अपने 600 विकेट पूरे किए थे।
2005 एशेज सीरीज में वॉर्न ने 19.92 की औसत के साथ 40 विकेट झटके थे।
IPL
राजस्थान रॉयल्स को IPL का खिताब दिला चुके हैं वॉर्न
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का पहला सीजन साल 2008 में खेला गया था। वॉर्न को पहले सीजन में राजस्थान रॉयल्स (RR) का कप्तान बनाया गया था।
इस टीम में ज्यादा स्टार खिलाड़ी नहीं थे, इसके बावजूद उन्होंने टीम को चैंपियन बनाया था।
पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने अपनी कप्तानी का जलवा दिखाया। IPL में उन्होंने 25.39 की औसत के साथ 57 विकेट हासिल किए थे।
वह काफी दिनों तक टीम के मेंटर भी रहे।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
निचले क्रम के उपयोगी बल्लेबाज रहने वाले वॉर्न ने 17.32 की औसत के साथ 3,154 रन बनाए हैं। वह बिना शतक लगाए सबसे अधिक टेस्ट रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उनके नाम 1 कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा विकेट (96) का भी रिकॉर्ड है।