सानिया मिर्जा ने विंबलडन को कहा अलविदा, बोलीं- मैं तुम्हें मिस करूंगी
क्या है खबर?
भारत की स्टार महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा का विंबलडन में सफर समाप्त हो गया है। मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में हार झेलने के साथ ही सानिया टूर्नामेंट से बाहर हो गई हैं। टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद उन्होंने इस इमोशनल पोस्ट लिखा है।
सानिया ने अपने पोस्ट में लिखा है कि वह विंबडलन को मिस करेंगी। गौरतलब है कि सानिया इस सीजन के बाद टेनिस को अलविदा कहने वाली हैं।
बयान
खेल आपसे काफी कुछ लेता है- सानिया
सानिया ने अपनी पोस्ट में लिखा कि खेल आपसे मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से काफी कुछ लेता है।
उन्होंने आगे लिखा, "खेल के लिए लगातार कड़ा परिश्रम करना पड़ता है, लेकिन बदले में आपको जो मिलता है वह कोई अन्य जॉब नहीं दे पाएगा। जीत, हार और कड़े हार के बाद कई रात सो नहीं पाना। आंसू और खुशी, लड़ाई और संघर्ष के साथ हम जो कुछ करते हैं सबका महत्व है।"
विंबलडन
मैं तुम्हें मिस करूंगी विंबलडन- सानिया
सानिया ने आगे लिखा कि इस बार वह अपनी इच्छा के मुताबिक टूर्नामेंट को समाप्त नहीं कर सकीं, लेकिन उनके लिए विंबलडन अदभुत साथी रहा।
उन्होंने लिखा, "पिछले 20 सालों से लगातार यहां खेलना और जीत हासिल करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं तुम्हें मिस करूंगी जब तक कि दोबारा हमारी मुलाकात नहीं हो जाती।"
विंबलडन ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सानिया को बधाई दी है और साफ किया है कि यह उनका आखिरी सीजन था।
ग्रैंड स्लैम
छह ग्रैंड स्लैम जीत चुकी हैं सानिया
मिक्स्ड डबल्स में सानिया ने महेश भूपति के साथ जोड़ी बनाकर ऑस्ट्रेलियन ओपन (2009) और फ्रेंच ओपन (2012) जीता है। वहीं सानिया ने ब्राजील के ब्रूनो सोरेस के साथ US ओपन (2014) जीता था।
2015 में सानिया ने मार्टिना हिंगिस के साथ जोड़ी बनाकर पहला विंबलडन महिला डबल्स खिताब जीता। विंबलडन के बाद सानिया ने अपनी जोड़ीदार हिंगिस के साथ मिलकर 2015 में US ओपन और उसके अगले साल ऑस्ट्रेलियन ओपन पर भी कब्जा जमाया था।
रैंकिंग
नंबर एक रैंकिंग हासिल कर चुकी हैं सानिया
सानिया 2015 में नंबर एक रैंकिंग (मिक्स्ड या डबल्स दोनों में से) रखने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं। उन्होंने हिंगिस के साथ मिलकर यह उपलब्धि हासिल की थी। 2016 में मिर्जा और हिंगिस ने लगातार 29वां महिला डबल्स मैच जीतकर 22 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा था।
साल 2020 की शुरुआत में उन्होंने अपने बेटे के जन्म के बाद कोर्ट में वापसी करते हुए WTA होबार्ट इंटरनेशनल जीता था।