रोहित-कोहली की जोड़ी सचिन-गांगुली की जोड़ी से ज़्यादा बेहतर है- इयान चैपल
क्या है खबर?
फिलहाल के समय में रोहित शर्मा और विराट कोहली सफेद गेंद की क्रिकेट के सबसे कुशल बल्लेबाजों में से एक हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान खिलाड़ी इयान चैपल को लगता है कि रोहित-कोहली की जोड़ी का प्रभाव सचिन-गांगुली की जोड़ी से ज़्यादा है।
सचिन और गांगुली ने लगभग 15 सालों तक एक साथ बल्लेबाजी की थी और काफी सफल रहे थे।
आइए जानते हैं कि चैपल ने क्यों रोहित-कोहली को ज़्यादा बेहतर बताया है।
निरंतरता
निरंतरता के कारण कोहली-रोहित ज़्यादा बेहतर- चैपल
चैपल ने इस बात को स्वीकार किया कि 15 सालों में ज़्यादातर समय ओपनिंग करते हुए बिताने वाले सचिन-गांगुली ने काफी कठिन गेंदबाजों का सामना किया था।
भले ही आज के समय में गेंदबाजी का स्तर गिरा है, लेकिन चैपल को लगता है कि कोहली-रोहित की बल्लेबाजी अदभुत है।
चैपल को लगता है कि अपनी निरंतरता के कारण रोहित और कोहली भारत के लिए सबसे बेहतरीन सफेद गेंद क्रिकेट की जोड़ी हैं।
तुलना
सचिन-गांगुली जितनी पारी मिलने पर उनसे काफी आगे होंगे कोहली-रोहित- चैपल
चैपल को लगता है कि यदि कोहली-रोहित की जोड़ी को सचिन-गांगुली जितनी पारियां खेलने का मौका मिलेगा तो वे उनसे कहीं ज़्यादा रन जोड़ेंगे।
उन्होंने कहा, "यदि आाप उनके वर्तमान आंकड़ों को देखते हैं और कोहली को सचिन जितनी तथा रोहित को गांगुली जितनी पारियां देते हैं तो फिर वे काफी आगे जाने वाले हैं।"
चैपल का यह मानना है कि भारतीय फैंस काफी लकी हैं कि उन्हें वनडे के चार बेस्ट बल्लेबाजों को देखने का मौका मिला।
आंकड़ें
वनडे क्रिकेट में दोनों जोड़ियों के आंकड़ें
1992 से लेकर 2007 तक गांगुली और सचिन ने 176 साझेदारियां की थीं।
इस दौरान उन्होंने 47.55 की औसत के साथ 8,227 रन जोड़े। 26 शतकीय और 29 अर्धशतकीय साझेदारी करने वाली यह जोड़ी भारत की सबसे सफल जोड़ी है।
विराट कोहली और रोहित शर्मा अब तक 79 पारियों मेें 64 की औसत के साथ 4,741 रन जोड़ चुके हैं।
17 शतकीय और 15 अर्धशतकीय साझेदारी करने वाली यह जोड़ी भारत की दूसरी सफल जोड़ी बनने के करीब है।
करियर
शानदार खिलाड़ी थे इयान चैपल
76 वर्षीय इयान चैपल ने 1964 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था और ऑस्ट्रेलिया के लिए 75 टेस्ट खेले।
उन्होंने टेस्ट करियर में 14 शतक और 26 अर्धशतकों सहित 5,345 रन बनाए।
टेस्ट करियर में उन्होंने 105 कैच भी लपके थे।
चैपल ने 16 वनडे मैचों में आठ अर्धशतकों सहित 673 रन बनाए।
262 फर्स्ट-क्लास मैचों में उन्होंने 19,680 रन बनाए। फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में उन्होंने 59 शतक और 96 अर्धशतक लगाए।