रॉबिन उथप्पा ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लिया
रॉबिन उथप्पा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के साथ-साथ घरेलू क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। ट्विटर पर अपने फैसले का ऐलान करते हुए उन्होंने लिखा कि वह अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए ये निर्णय ले रहे हैं। संन्यास के बाद उथप्पा विदेशी टी-20 लीग खेलने के लिए भी स्वतंत्र हो गए हैं। उथप्पा आखिरी बार इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 में खेलते हुए दिखे थे। इस खबर पर नजर डालते हैं।
मैंने सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है- उथप्पा
उथप्पा ने संन्यास की घोषणा करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'अपने देश और अपने राज्य कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान रहा है। हालांकि, सभी अच्छी चीजों का अंत होना चाहिए और मैंने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है।' क्रिकेट को अलविदा कहने के अवसर पर उथप्पा ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और अपने राज्य क्रिकेट बोर्ड का भी आभार व्यक्त किया है।
ये है उथप्पा का ट्विटर पोस्ट
ऐसा रहा है उथप्पा का अंतरराष्ट्रीय करियर
उथप्पा ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 46 वनडे मैचों में 934 रन बनाए थे, जिसमें छह अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 13 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में देश का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें लगभग 25 की औसत से 249 रन बनाए थे। वह भारत की ओर से 2007 में खेला गया टी-20 विश्व कप जीत चुके हैं। उन्होंने 291 टी-20 मैचों में 7,272 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 42 अर्धशतक लगाए हैं।
उथप्पा का घरेलू करियर
36 वर्षीय उथप्पा ने अपने घरेलू करियर की शुरुआत 2002-03 में कर्नाटक के साथ की और 2020-21 सीजन में केरल के साथ इसे समाप्त कर दिया। उन्होंने 2017-18 और 2018-19 सत्रों के दौरान सौराष्ट्र का भी प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने कुल 142 फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिसमें लगभग 41 की औसत से 22 शतकों के साथ 9,446 रन बनाए। वहीं 203 लिस्ट-A मैचों में 35.31 की औसत और 16 शतकों के साथ 6,534 रन बनाए।
उथप्पा का IPL करियर
उथप्पा ने अपने IPL करियर में 205 मैचों में 27.51 की औसत से 4,952 रन बनाए हैं, जिसमें 27 अर्धशतक शामिल हैं। इस बीच 88 उनका सर्वोच्च स्कोर है। उथप्पा उन भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने ऑरेंज कैप हासिल की है। वह 2014 में चैंपियन बनने वाली कोलकाता नाइट राइडर्स से सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे थे। उस सीजन में उन्होंने 16 मैचों में 44.00 की औसत से 660 रन बनाए थे।