इंग्लैंड बनाम भारत: RT-PCR टेस्ट में भी कोरोना पॉजिटिव मिले शास्त्री, अरुण और श्रीधर
क्या है खबर?
इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेल रही भारतीय टीम को अंतिम टेस्ट हेडकोच रवि शास्त्री की मौजूदगी के बिना ही खेलना पड़ेगा। दरअसल शास्त्री का RT-PCR टेस्ट पॉजिटिव आया है और अब वह 10 दिन क्वारंटाइन में रहेंगे।
बीते रविवार को शास्त्री का लैट्रल फ्लो टेस्ट पॉजिटिव आया था और उन्हें आइसोलेशन में भेज दिया गया था। शास्त्री के अलावा दो अन्य कोच भी पॉजिटिव पाए गए हैं।
आइए जानते हैं पूरी खबर।
पॉजिटिव
श्रीधर और अरुण भी मिले पॉजिटिव
लैट्रल फ्लो में शास्त्री के पॉजिटिव मिलने के बाद गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधर को भी आइसोलेट किया गया था। इसके बाद इनका RT-PCR टेस्ट किया गया था जिसमें तीनों लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।
बीते रविवार को आइसोलेट किए गए टीम फिजियो नितिन पटेल का RT-PCR टेस्ट निगेटिव आया है। उन्हें टीम से दोबारा जुड़ने के लिए अब तीन बार निगेटिव आना होगा।
बॉयो-बबल
सीरीज के लिए नहीं है कड़ा बॉयो-बबल
जल्दी परिणाम हासिल करने के लिए लैट्रल फ्लो टेस्ट किया जाता है, लेकिन अधिक भरोसे के कारण इसे RT-PCR से कंफर्म किया जाता है। इस सीरीज के लिए कोई कड़ा बॉयो-बबल नहीं बनाया गया है और टीम के लोगों को बाहर जाने की अनुमति मिली है।
हालांकि, बाहर जाने पर उन्हें ध्यान रखना होगा कि वे अधिक भीड़ वाले स्थानों पर मत जाएं या फिर अधिक लोगों से मत मिलें।
लक्षण
शास्त्री के अंदर हैं हल्के लक्षण
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के एक सूत्र ने बताया कि शास्त्री के अंदर हल्के लक्षण देखे गए थे।
सूत्र ने कहा, "लैट्रल फ्लो टेस्ट में दो बार पॉजिटिव मिलने के बाद शास्त्री का RT-PCR टेस्ट भी पॉजिटिव आया है। उन्हें गले में खराश जैसे हल्के लक्षण हैं। वह 10 दिन आइसोलेशन में रहेंगे।"
ऐसा माना जा रहा है कि टीम होटल में अपनी किताब में विमोचन के दौरान शास्त्री संक्रमित हुए हैं।
कोरोना के मामले
पहले भी कोरोना मामलों से जूझी है भारतीय टीम
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरु होने से पहले ही विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत भी कोरोना संक्रमित मिले थे। श्रीलंका दौरे पर भी टी-20 सीरीज के दौरान क्रुणाल पंड्या को पॉजिटिव पाया गया था।
कुछ दिनों बाद दौरे पर गए दो अन्य खिलाड़ी युजवेंद्र चहल और कृष्णप्पा गौतम भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। सभी खिलाड़ी निश्चित समय के आइसोलेशन के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो गए थे।