रणजी ट्रॉफी 2024-25, फाइनल: करुण नायर ने जड़ा प्रथम श्रेणी करियर का 23वां शतक, जानिए आंकड़े
क्या है खबर?
रणजी ट्रॉफी 2024-25 के फाइनल में विदर्भ क्रिकेट टीम के लिए खेलते हुए करुण नायर ने केरल के खिलाफ शानदार शतकीय पारी खेली। यह उनके प्रथम श्रेणी करियर का 23वां शतक है।
इस रणजी सीजन उनके बल्ले से चौथा शतक निकला है। घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों को मिलाकर इस सीजन इनका 9वां शतक है। उन्होंने दूसरे क्वार्टर फाइनल में तमिलनाडु के खिलाफ शतकीय पारी खेली थी।
आइए इस खिलाड़ी की पारी और आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
पारी
ऐसी रही करुण की पारी
केरल क्रिकेट टीम के खिलाफ एक समय विदर्भ के 2 बल्लेबाज सिर्फ 7 रन पर पवेलियन में थे। यहां से करुण ने दानिश मालेवार के साथ मिलकर पारी संभाली।
करुण ने 184 गेंदों का सामना करते हुए अपना शतक पूरा किया। इन दोनों बल्लेबाजों ने केरल के गेंदबाजों को कोई मौका ही नहीं दिया।
करुण ने अच्छी गेंदों का सम्मान किया और खराब गेंदों को चौके और छक्के के लिए बाउंड्री के बाहर भेजा।
प्रथम श्रेणी
करुण के प्रथम श्रेणी करियर पर एक नजर
करुण ने 2012 में कर्नाटक क्रिकेट टीम के लिए पहला प्रथम श्रेणी मुकाबला खेला था। वह एक साल के अंदर तीनों प्रारूप में टीम का हिस्सा बन गए थे।
वह पिछले संस्करण से विदर्भ के लिए खेलने लगे थे।
उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी के 114 मैच की 182 पारियों में लगभग 49 की औसत से 8,000 से ज्यादा रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने 328 रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 23 शतक और 36 अर्धशतक अपने नाम किए हैं।
मौजूदा
मौजूदा सीजन खूब चल रहा है करुण का बल्ला
रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में करुण का चौथा शतक है। वह 9 मैचों की 16 पारियों में 54 से ज्यादा की औसत से 800 से अधिक रन बना चुके हैं। उनके बल्ले से 2 अर्धशतक भी निकला है। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 123 रन है।
वह विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने 9 मैच की 8 पारियों में 389.50 की औसत से 779 रन जड़ दिए थे।
उनके बल्ले से 5 शतक निकले थे।
भारत
भारत के लिए खेल चुके हैं 6 टेस्ट मैच
करुण को भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलने के काफी कम मौके मिले। उनकी शानदार प्रतिभा तब सामने आई जब उन्होंने 2016 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ नाबाद 303 रन बनाए थे।
वह वीरेंद्र सहवाग के बाद टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिया तिहरा शतक जमाने वाले सिर्फ दूसरे खिलाड़ी बने थे।
उन्होंने 6 टेस्ट में 62.33 की औसत के साथ 374 रन बनाए थे। इसके अलावा 2 वनडे मैचों में उन्होंने 23.00 की औसत से 46 रन बनाए।