
WTC इतिहास में सर्वाधिक बार शून्य पर आउट होने वाले खिलाड़ियों पर नजर
क्या है खबर?
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2023-25 का फाइनल मैच ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम और दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के बीच 11 जून से लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला जाएगा।
दोनों टीमें इसकी तैयारियों में जुटी है। टेस्ट क्रिकेट में जहां कई बार बल्लेबाज बड़ी-बड़ी पारियां खेलते हैं, वहीं कई बार बल्लेबाजों का खाता खोलना भी मुश्किल हो जाता है।
ऐसे में आइए WTC इतिहास में सर्वाधिक बार शून्य पर आउट होने वाले खिलाड़ियों पर नजर डाल लेते हैं।
#1
जसप्रीत बुमराह- 20 बार
WTC इतिहास में सर्वाधिक बार शून्य पर आउट होने वाले खिलाड़ियों में भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह शीर्ष पर काबिज हैं।
वह अब तक 20 बार शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौट चुके हैं।
इस दौरान उन्होंने 35 मैचों की 54 पारियों में 639 गेंदों का सामाना करते हुए 8.36 की औसत से 318 रन अपने नाम किए हैं।
उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 34 रन का रहा है।
#2
खालिद अहमद और मोमिनुल हक- 12-12 बार
इस सूची में बांग्लादेश के तेज गेंदबाज खालिद अहमद और ऑलराउंडर मोमिनुल हक संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर है। दोनों 12-12 बार शून्य पर आउट हुए हैं।
खालिद ने 23 पारियों में केवल 35 रन बनाए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 22 रन रहा है।
इसी तरह मोमिनुल 29 मैचों की 56 पारियों में 27.38 की औसत से 1,427 रन बनाने में सफल रहे हैं। इसमें 3 शतक और 7 अर्धशतक शामिल है। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 127 रन है।
#3
सिराज, साउथी, महाराज- 11-11 बार
इस सूची में भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज, दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर केशव महाराज और न्यूजीलैंड के टिम साउथी संयुक्त तीसरे पायदान पर हैं। तीनों 11-11 बार शून्य पर आउट हुए हैं।
सिराज ने 36 मैचों की 49 पारियों में 306, साउथी ने 37 मैचों की 54 पारियों में 1 अर्धशतक की मदद से 575 रन और महाराज ने 32 मैचों की 50 पारियों में 5 अर्धशतकों की मदद से 767 रन अपने नाम किए हैं।
#4
कगिसो रबाडा- 10 बार
इस सूची में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा चौथे पायदान पर हैं। वह 10 बार शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौट चुके हैं।
रबाडा ने 33 मैचों की 54 पारियों में 12.16 की औसत के साथ 523 रन अपने नाम किए हैं। इस दौरान वह कोई शतक या अर्धशतक नहीं जड़ पाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 47 रन का रहा है।
वह अब तक 11 चौके और 1 छक्का लगाने में भी सफल रहे हैं।