विंबलडन: नोवाक जोकोविच बने विजेता, अपने नाम किया 21वां ग्रैड स्लैम खिताब
सर्बिया के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने रिकॉर्ड 21वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीत लिया है। उन्होंने निक किर्गियोस को विंबलडन फाइनल में हराते हुए यह खिताब जीता है। किर्गियोस के खिलाफ 4-6, 6-3, 6-4, 7-6(3) से जीत हासिल करते हुए जोकोविच ने अपना 21वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है। जोकोविच अब संयुक्त रूप से सबसे अधिक बार विंबलडन खिताब जीतने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। आइए जानते हैं पूरी खबर।
जोकोविच ने जीता 21वां ग्रैंड स्लैम खिताब
ऐसे रहे फाइनल मैच के आंकड़े
जोकिविच ने इस मैच में 131 प्वाइंट और 46 विनर्स हासिल किए। किर्गियोस ने 29 ऐस और जोकोविच ने 15 ऐस हासिल किए। जोकोविच ने पहली सर्व में 82 प्रतिशत प्वाइंट हासिल किए तो वहीं सेकेंड सर्व में उन्हें 61 प्रतिशत प्वाइंट मिले। सर्बियन दिग्गज ने 59 प्रतिशत नेट प्वाइंट हासिल किए। दोनों ही खिलाड़ियों ने सात डबल फॉल्ट किए तो वहीं ऑस्ट्रेलियन ने 33 अनचाही गलतियां की।
2022 विंबलडन में ऐसा रहा जोकोविच का सफर
जोकोविच ने कैमरून नोरी को सेमीफाइनल में हराते हुए अपने 32वें ग्रैंड स्लैम फाइनल में जगह बनाई थी। उन्होंने रोजर फेडरर को छोड़ते हुए ओपन एरा में सबसे अधिक ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुंचने की उपलब्धि हासिल की थी। जोकोविच ने टूर्नामेंट के पहले राउंड में क्वून सून-वू, दूसरे राउंड में थनासी कोकिनाकिस, तीसरा राउंड में मिओमिर केमानोविक, चौथे राउंड में टिम वान रिज्थोवेन और क्वार्टर फाइनल में जैनिक सिनर को हराया था।
लगातार चौथी बार जोकोविच ने जीता विंबलडन का खिताब
जोकोविच ने सातवीं बार विंबलडन का खिताब अपने नाम किया है। विंबलडन जीतने के मामले में वह अब केवल फेडरर से ही पीछे हैं जिन्होंने आठ बार इस टूर्नामेंट का फाइनल जीता है। यह लगातार चौथा मौका है जब जोकोविच ने इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया है। जोकोविच ने 2018, 2019, 2021 और 2022 में खिताब जीतने के अलावा 2011, 2014 और 2015 में भी खिताब अपने नाम किया था।
28 मैचों से विंबलडन में अजेय हैं जोकोविच
नडाल ने इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन और फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम किया था और विंबलडन में भी फेवरिट के रूप में उतरे थे। पिछले साल उन्होंने मैटियो बरेट्टिनी को हराते हुए 20वां ग्रैंड स्लैम टाइटल जीता था। 21वां ग्रैंड स्लैम जीतते हुए जोकोविच ने विंबलडन में लगातार 28 मैचों तक खुद को अजेय बनाया हुआ है। उन्होंने आखिरी बार इस टूर्नामेंट में 2017 में मुकाबला गंवाया था।