इंस्टाग्राम पर रेफरी को गाली देना नेमार को पड़ा महंगा, लगा तीन यूरोपियन मैचों का बैन
क्या है खबर?
मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाफ पेेरिस सेंट जर्मन के चैंपियन्स लीग मुकाबले में हार के बाद PSG स्टार नेमार ने रेफरी को लेकर एक अभद्र इंस्टाग्राम पोस्ट की थी।
नेमार को अब वह इंस्टाग्राम पोस्ट भारी पड़ रही है क्योंकि उस पोस्ट के कारण उनके ऊपर तीन यूरोपियन मैचों का बैन लगा दिया गया है।
इस बैन के बाद नेमार अगले सीजन के ग्रुप स्टेज का आधा हिस्सा नहीं खेल पाएंगे।
मामला
क्या था पूरा मामला?
चैंपियन्स लीग लास्ट-16 के सेकेंड लेग के मुकाबले में अंतिम क्षणों में रेफरी ने VAR की मदद से यूनाइटेड को पेनल्टी दी थी।
पेनल्टी पर मार्कस रैशफोर्ड ने गोल दागा था और दोनों लेग के स्कोर मिलाकर मुकाबला 3-3 पर खत्म हुआ। जिसके बाद अवे गोल से यूनाइटेड ने PSG को एलिमिनेट किया था।
इसके बाद मुकाबले में नहीं खेल रहे नेमार ने इंस्टा पोस्ट में रेफरी को गालियां दी थी और VAR पर सवाल खड़े किए थे।
इंस्टा पोस्ट
इंस्टा पोस्ट में नेमार ने क्या कहा था?
मैच के बाद नेमार ने इंस्टा पोस्ट में लिखा, "यह शर्मनाक था। UEFA चार ऐसे लोगों को पकड़ लेती है जिन्हें फुटबॉल के बारे में कुछ पता नहीं होता। अपने पीछे की साइड में आप हैंडबाल कैसे कर सकते हैं।"
इसके बाद नेमार ने गालियां देते हुए लिखा था 'go f*ck yourselves.'
मैच के बाद नेमार की इंस्टा स्टोरी काफी वायरल हुई थी जिसके बाद उन पर कार्यवाई होने की उम्मीद की जा रही थी।
जांच
UEFA ने मामले की जांच का दिया था आदेश
इस घटना के बाद UEFA ने कहा था कि वे इसकी जांच करेंगे और अब जांच के बाद उन्होंने नेमार पर तीन यूरोपियन मैचों का बैन लगाया है।
नेमार ने मैच ऑफिशियल्स को गालियां देकर और सवाल उठाकर UEFA के आर्टिकल 15 (1) (d) के नियमों को तोड़ा है और उसी के हिसाब से उन्हें सजा दी गई है।
इसका मतलब है कि नेमार अगले सीजन ग्रुप स्टेज के आधे मैच नहीं खेल पाएंगे।
नेमार
इसके पहले भी सोशल मीडिया पोस्ट के लिए फंस चुके हैं नेमार
मैच हारने के बाद भावुक इंस्टा पोस्ट के लिए नेमार पहले भी विवादों में फंस चुके हैं।
2016 में नेमार ने कोपा अमेरिका में ब्राज़ील के पेरू के खिलाफ हारकर बाहर होने के बाद एक पोस्ट में लिखा था 'a lot of assholes will appear to talk shit'.
उस मुकाबले में भी नेमार खेल नहीं रहे थे। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने पोस्ट को लेकर मांफी मांग ली थी और उन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई थी।