नेपाल के इस युवा बल्लेबाज़ ने रचा इतिहास, तोड़ा सचिन तेंदुलकर और शाहिद अफरीदी का रिकॉर्ड
क्या है खबर?
आईसीसी मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग 2 में अमेरिका के खिलाफ नेपाल के 15 वर्षीय युवा बल्लेबाज़ कुशल मल्ला ने अर्धशतक लगाकर इतिहास रच दिया।
छठे नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए मल्ला ने 51 गेंदो में 50 रनों की शानदार पारी खेली। इसके साथ मल्ला वनडे इंटरनेशनल में सबसे कम उम्र में अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज़ बन गए।
मल्ला ने 15 साल और 340 दिन की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में अर्धशतक लगाया है।
रिकॉर्ड
मल्ला ने तोड़ा अपने ही देश के रोहित पौडेल का रिकॉर्ड
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मल्ला ने अपने ही देश के रोहित पौडेल को पीछे छोड़ यह रिकॉर्ड अपने नाम किया।
मल्ला से पहले वनडे इंटरनेशनल में सबसे कम उम्र में अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड रोहित पौडेल के नाम था। रोहित ने पिछले साल संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के खिलाफ वनडे मैच में 16 साल 146 दिन की उम्र में अर्धशतक लगाया था।
रोहित तब इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे कम उम्र में अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज़ बने थे।
सचिन-अफरीदी
सचिन और अफरीदी से आगे निकले मल्ला
नेपाल के सचिन पौडेल से पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे कम उम्र (16 साल 213 दिन) में अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था।
वहीं, वनडे इंटरनेशनल में सबसे कम उम्र में अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी के नाम था। अफरीदी ने 16 साल 217 दिन की उम्र में श्रीलंका के खिलाफ यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
रोहित के साथ-साथ कुशाल मल्ला ने अब इन दोनों दिग्गज बल्लेबाज़ों को भी पोछे छोड़ दिया है।
मैच विनिंग पारी
कुशाल मल्ला ने खेली मैच विनिंग पारी
अमेरिका के खिलाफ मल्ला तब बल्लेबाज़ी करने उतरे थे, जब नेपाल ने 20.5 ओवर में 49 रनों पर अपने पांच विकेट खो दिए थे।
यहां से मल्ला ने 51 गेंदो में 50 रनों की मैच विनिंग पारी खेली। अपनी अर्धशतकीय पारी में मल्ला ने चार चौके और तीन छक्के लगाए।
इसके साथ ही मल्ला ने छठे विकेट के लिए बी भंडारी (59) के साथ 74 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी भी की।
लेखा-जोखा
मल्ला की पारी की बदौलत नेपाल ने अमेरिका को हराया
मल्ला की इस पारी की बदौलत मुश्किल में फंसी नेपाल ने पहले खेलते हुए किसी तरह 190 रन बनाए।
इसके जवाब में अमेरिका की शुरुआत भी बेहद खराब रही। अमेरिका ने एक समय सिर्फ 27 रन पर अपने पांच विकेट गवां दिए थे, लेकिन उसके बाद आईजी होलांड ने 75 रनों की संघर्षपूर्ण पारी खेली, लेकिन होलांड अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।
अमेरिका के सात बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके।