एमएसके प्रसाद ने बताया, धोनी के बाद कोहली को क्यों बनाया गया था कप्तान
हाल ही में क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (CAC) द्वारा सुनील जोशी को नया मुख्य भारतीय टीम चनयकर्ता बनाए जाने के साथ ही एमएसके प्रसाद का कार्यकाल समाप्त हो गया। प्रसाद ने पांच साल तक के अपने सफर के बारे में बात की और अपनी चयन समिति द्वारा हासिल की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। इसके साथ ही उन्होंने धोनी के बाद कोहली को कप्तान बनाए जाने के कारण को भी बताया। आइए जानें उन्होंने क्या कुछ कहा।
धोनी से कोहली एरा में आना हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि- प्रसाद
प्रसाद ने अपनी चयन समिति के द्वारा जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या को टेस्ट टीम में चुनने के साहसिक निर्णय के साथ ही अन्य मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने अपनी समिति की सबसे बड़ी उपलब्धि पर कहा, "मुझे व्यक्तिगतत रूप से लगता है कि मेरे सहयोगी और मैं इस बात पर गर्व कर सकते हैं कि हमने धोनी से कोहली के रूपांतरण में टीम को अच्छे से ढलते देखा है।"
सबकुछ आराम से होते देखने के लिए कोहली को दी गई कप्तानी- प्रसाद
2015 में रोजर बिन्नी का कार्यकाल हितों के टकराव के कारण खत्म हो जाने के बाद प्रसाद ने मुख्य चनयकर्ता का पद संभाला था। प्रसाद ने कोहली को कप्तान बनाने पर कहा, "एक बार धोनी ने अपना कप्तानी कार्यकाल पूरा कर लिया तो हमें उनके विकल्प की तलाश थी। हम इसे आराम से होते देखना चाहते थे। कोहली के कप्तान बनने के बाद हम सभी फॉर्मेट में नंबर वन बने।"
धोनी के अचानक संन्यास के कारण कोहली को मिली थी टेस्ट कप्तानी
बता दें कि 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में ही धोनी ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का निर्णय लेकर सबको चौंका दिया था। धोनी के टेस्ट क्रिकेट छोड़ देने के बाद कोहली को टेस्ट की कप्तानी सौंप दी गई और उनके अंडर टीम का प्रदर्शन भी काफी अच्छा रहा। 2017 में धोनी ने लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में भी कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और फिर कोहली को सभी फॉर्मेट में टीम का कप्तान बना दिया गया।
अपने भविष्य को लेकर मुझसे और टीम मैनेजमेंट से बात कर चुके हैं धोनी- प्रसाद
विश्व कप 2019 के बाद धोनी को हैंडल करने के तरीके को लेकर प्रसाद और उनकी चयन समिति की आलोचना हुई है, लेकिन उनका कहना है कि धोनी के भविष्य को लेकर किसी के मन में कोई शंका नहीं है। उन्होंने कहा, "एमएस अपने भविष्य को लेकर साफ हैं और उन्होंने मुझसे और टीम मैनेजमेंट से इसको लेकर बात की है। मैं इस बात को सार्वजनिक नहीं कर सकता हूं।"
ICC की तीनों ट्रॉफियां जीतने वाले इकलौते कप्तान हैं धोनी
धोनी ने 2007 में खेले गए टी-20 विश्व कप के साथ कप्तानी का सफर शुरु किया था। जहां शायद ही किसी को युवा भारतीय टीम से उम्मीद थी वहां धोनी ने उन्हें टी-20 विश्व कप चैंपियन बनाया। इसके बाद 2011 विश्व कप खिताब जीतकर भारत ने 28 साल बाद विश्व कप पर अपना कब्जा जमाया। 2013 में चैंपियन्स ट्रॉफी जीतने के साथ ही धोनी तीनों ICC ट्रॉफी जीतने वाले इकलौते कप्तान बन गए थे।