मनप्रीत सिंह ने खिलाड़ी से खराब खेलने को कहा था- पूर्व हॉकी कोच का आरोप
भारतीय महिला और पुरुष हॉकी टीम के पूर्व कोच सार्ड मारिन ने पुरुष टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह पर एक गंभीर आरोप लगाया है। मारिन ने आरोप लगाया है कि अपने दोस्त को टीम में जगह दिलाने के लिए मनप्रीत ने जूनियर खिलाड़ी से खराब खेलने के लिए कहा था। 2018 राष्ट्रमंडल खेल के लिए मरीन ने उस युवा खिलाड़ी को भरोसे पर चयनित किया था, लेकिन उसका प्रदर्शन खराब रहा था।
मनप्रीत ने एक खिलाड़ी से खराब खेलने को कहा था- मारिन
पुरुष टीम का कोच बनते ही मनप्रीत सिंह को कप्तान बनाने वाले मारिन ने अपनी आगामी किताब में इस बात का जिक्र किया है। उनके मुताबिक, "एक मीटिंग के दौरान हाई-परफॉर्मेंस डॉयरेक्टर डेविड जॉन ने बताया था कि इस खिलाड़ी को मनप्रीत ने अच्छा खेलने से मना किया था क्योंकि उनके दोस्त टीम में नहीं आ पा रहे थे। मुझे नहीं पता कि मनप्रीत ने मजाक किया था या कुछ और, लेकिन मुझे बहुत गुस्सा आया था।"
मुझे नहीं भरोसा था कि मनप्रीत ऐसा करेंगे- मारिन
इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में मारिन ने अपनी टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा है कि वह केवल लोगों को पर्दे के पीछे की चीज दिखाना चाहते थे। उन्होंने कहा, "मैंने मनप्रीत पर भरोसा किया था और मुझे नहीं लगा था कि वह ऐसा करेंगे। इसे किताब में रखने का कारण निजी नहीं है बल्कि मैं लोगों को दिखाना चाहता था कि टीम कल्चर कितना जरूरी है।"
2012 ओलंपिक के बाद भी पुरुष टीम पर लगे थे आरोप
2012 ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम 12 टीमों के बीच आखिरी स्थान पर रही थी और टूर्नामेंट के बाद हेडकोच माइकल नॉब्स ने खिलाड़ियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने हॉकी इंडिया को भेजी ऑफिशियल रिपोर्ट में कहा था कि पंजाब के कुछ खिलाड़ी जानबूझकर खराब खेल रहे थे और वे एक खिलाड़ी को चोटिल भी करना चाहते थे ताकि स्टैंडबाई का एक खिलाड़ी मुख्य टीम में आ जाए।
मारिन के खिलाफ कोर्ट जाएगी भारतीय हॉकी टीम
मनप्रीत पर आरोप लगने के बाद महिला और पुरुष हॉकी टीम साथ आई हैं और उन्होंने मारिन को कोर्ट में घसीटने की बात कही है। संयुक्त बयान में कहा गया, "मारिन ने हमारे ऊपर गलत आरोप लगाने का काम किया है और इसी वजह से हमें साथ में आना पड़ा है। उन्होंने हमारी साख पर दाग लगाकर अपनी किताब बेचने की कोशिश की है। यह पूरी तरह से भरोसा को तोड़ने वाला है।"