विश्व कप 2019: साउथ अफ्रीका के निराशजनक प्रदर्शन के बड़े कारण
2019 क्रिकेट विश्व कप में साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम का सफर लगभग समाप्त हो गया है। साउथ अफ्रीका को उसके छठे मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद विश्व कप में उसकी बची उम्मीदे भी लगभग खत्म हो गई हैं। साउथ अफ्रीका अभी तक विश्व कप में छह मैचों में सिर्फ एक जीत दर्ज कर सकी है। आइये जानते हैं विश्व कप में साउथ अफ्रीका के निराशजनक प्रदर्शन के क्या रहे बड़े कारण।
टॉप ऑर्डर पर ज़्यादा निर्भर रहना
2019 विश्व कप में साउथ अफ्रीका टीम पूरी तरह से अपने टॉप ऑर्डर यानी क्विंटन डिकॉक और हाशिम आमला पर निर्भर दिखी। टीम में मिडिल ऑर्डर में किसी भी बल्लेबाज़ ने ज़िम्मेदारी नहीं ली। डिकॉक ने विश्व कप के छह मैचों में 191 रन बनाए, तो आमला ने पांच मैचों में सिर्फ 121 रन अपने नाम किए। इन दोनों बल्लेबाज़ों के आउट होने के बाद टीम हमेशा बैकफुट पर दिखती थी, जो उनके खराब प्रदर्शन का सबसे मुख्य कारण रहा।
खराब टीम सेलेक्शन
विश्व कप के लिए साउथ अफ्रीका ने 15 सदस्यीय टीम का सही सेलेक्शन नहीं किया। विश्व कप से पहले लगभग एक साल तक नंबर तीन पर टीम ने रीज़ा हेंड्रिक्स को जगह दी और उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। लेकिन विश्व कप में उनकी जगह एडन मार्करम को मौका दिया गया और हेंड्रिक्स को बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके साथ ही टीम में दो स्पिनर्स को शामिल किया गया। जबकि इसके बदले किसी बल्लेबाज़ को जगह दी जा सकती थी।
टीम में लगातार बदलाव करना
विश्व कप में साउथ अफ्रीका ने लगभग हर मैच में टीम में कोई न कोई बदलाव ज़रूर किया। यहां तक अफगानिस्तान के खिलाफ पहली जीत दर्ज करने के बाद भी कप्तान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम में बदलाव किया। टीम में अधिक बदलाव करने के कारण खिलाड़ी टीम के लिए प्रदर्शन करने के बजाय अपनी जगह पक्की करने के लिए खेलने लगता है। जो कई बार टीम के काफी नुकसानदायक होता है।
कप्तान का फ्रंट से लीड न करना और खिलाड़ियों की इंजरी
विश्व कप में सफल टीमों के कप्तानों की तुलना में साउथ अफ्रीका के कप्तान फैफ डूप्लेसिस ने कप्तान के रूप में फ्रंट से लीड नही किया। कई मैचों में फैफ ने अपने क्रम को नीचे कर दिया और युवाओं को पहले खेलने का मौका दिया। जिससे ज़्यादा विकेट गिर जाने के कारण वह खुद खुलकर नहीं खेल सके। इसके साथ ही डेल स्टेन और लुंगी नगिदी जैसे खिलाड़ियों की इंजरी भी साउथ अफ्रीका के खराब प्रदर्शन की मुख्य कारण रही।