अजहरुद्दीन द्वारा 'निराश क्रिकेटर' कहे जाने पर रायडू का पलटवार, कहा- इसे निजी मामला मत बनाएं
दाएं हाथ के बल्लेबाज अंबाती रायडू के लिए यह साल काफी सुर्खियों में बने रहने वाला साल रहा है। पहले तो वह अपने संन्यास और संन्यास से वापसी को लेकर मीडिया में बने रहे और हाल ही में उन्होंने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) में भ्रष्टाचार होने की बात की थी। इसके बाद HCA प्रेसीडेंट मोहम्मद अजहरुद्दीन ने उन्हें निराश (frustrated) क्रिकेटर कहा था और अब रायडू का कहना है कि मामले को निजी नहीं बनाया जाना चाहिए।
मामला हम दोनों से काफी बड़ा है- रायडू
रायडू ने हाल ही में एक ट्वीट करके अजहरुद्दीन से इस मामले को निजी नहीं बनाने की अपील की है और साथ ही कहा है कि यह मामला उन दो क्रिकेटर्स से कहीं बड़ा है। अपने ट्वीट में रायडू ने लिखा, 'हैलो अजहरुद्दीन मामले को निजी नहीं बनाते हैं। मामला हम दोनों से काफी बड़ा है। हम दोनों को पता है कि HCA में क्या चल रहा था और आपको इसे ठीक करने का बढ़िया मौका मिला है।'
रायडू का अजहरुद्दीन को जवाब
अजहरुद्दीन ने कहा था रायडू को निराश क्रिकेटर
रायडू द्वारा HCA में भ्रष्टाचार की बात कहने के बाद अजहरुद्दीन ने रायडू के बारे में सवाल पूछा गया था जिसके जवाब में उन्होंने रायडू को निराश क्रिकेटर बताया था।
रायडू ने उठाया था HCA में भ्रष्टाचार का मुद्दा
23 नवंबर को किए गए एक ट्वीट में रायडू ने HCA में भ्रष्टाचार का दावा किया था और कहा था कि यहां का काम पैसों से प्रभावित किया जा रहा है। रायडू ने तेलंगाना मंत्री केटीआर को टैग करते हुए लिखा था, 'सर मैं आपसे HCA में फैले भ्रष्टाचार की सफाई की विनती करता हूं। हैदराबाद कैसे महान बन पाएगा जब इसकी टीम पैसों से प्रभावित हो जाएगी और यहां भ्रष्टाचारी लोग काम करेंगे।'
रायडू का HCA में भ्रष्टाचार का आरोप
रायडू ने लिया रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलने का फैसला- रिपोर्ट
हालिया रिपोर्ट्स की मानें तो रायडू ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलने का निर्णय भी लिया है। ऐसा कहा जा रहा हैै कि वह भ्रष्टाचार की चीजों से दुखी हैं और इसी कारण नहीं खेलना चाहते हैं।
पहले लिया संन्यास फिर की मैदान पर वापसी
विश्व कप 2019 टीम में नहीं चुने जाने और फिर स्टैंडबाई लिस्ट में रहने के बावजूद नजरअंदाज कर दिए जाने से आहत रायडू ने विश्व कप समाप्त होते ही क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। हालांकि, वह ज़्यादा दिन मैदान से दूर नहीं रह सके और लगभग दो महीनों में ही उन्होंने मैदान पर वीपसी की। रायडू ने हैदराबाद को विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में लीड किया।