#SportsHeroesOfIndia: ओलंपिक में खेलने वाली 'पहली भारतीय महिला जिमनास्ट' दीपा का सफर
भारत में लगभग सभी खेल खेले जाते हैं लेकिन जिमनास्ट के खिलाड़ी बहुत कम ही निकलते हैं। ऐसे ही खिलाड़ियों में से एक हैं त्रिपुरा की दीपा कर्माकर जिन्होंने जिमनास्ट में भारत के लिए ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। दीपा ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करते ही इतिहास रच दिया था और काफी करीबी अंतर से कांस्य पदक उनके हाथ से फिसल गया था। जानें 25 वर्षीया दीपा कैसे जिमनास्टिक में आईं और कैसे उन्होंने यह इतिहास रचा।
छह साल की उम्र में शुरु किया अभ्यास
दीपा के पिता भारोत्तोलन के कोच थे और उन्होंने ही दीपा को जिमनास्ट बनाने का सपना देखा था। मात्र छह साल की उम्र में ही दीपा ने विश्वेश्वर नंदी के पास कोचिंग लेनी शुरु कर दी थी। हालांकि तब उन्हें नहीं पता था कि वह क्या कर रही हैं और क्यों कर रही हैं। धीरे-धीरे दीपा का मन इस खेल में लगने लगा और फिर उन्होंने इसमें ही अपना करियर बनाने की ठान ली।
बोला गया था जिमनास्ट नहीं बन सकती
जिमनास्ट बनने का सपना देखने वाली दीपा को बचपन में कई बार रिजेक्शन झेलनी पड़ी थी। वह जहां भी जाती थीं उन्हें रिजेक्ट कर दिया जाता था। दीपा को यह कहकर रिजेक्ट किया जाता था कि उनका पैर काफी फ्लैट है और वह जिमनास्ट में सफल नहीं हो पाएंगी। हालांकि दीपा ने हार नहीं मानी और विश्वेश्वर के पास जाकर उन्होंने एक साल तक मेहनत की और अपने पैरों में उभार बनाए जिससे कि वह जिमनास्ट में सफल हो सकें।
ओलंपिक के बारे में नहीं सोचा था
ओलंपिक में क्वालीफाइ करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट दीपा ने ओलंपिक के बारे में नहीं सोचा था। लेकिन 2008 में जूनियर नेशनल गेम्स जीतने के बाद उन्होंने ठान लिया कि वह ओलंपिक में जाएंगी और भारत के लिए पदक जीतेंगी। हालांकि ऐसा करने के लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी और फिर 2016 रियो ओलंपिक में क्वालीफाई करके उन्होंने इतिहास रच दिया। ओलंपिक में मात्र 0.150 अंक के अंतर से दीपा के हाथ से कांस्य पदक फिसल गया था।
पद्मश्री से नवाजी जा चुकी हैं दीपा
रियो ओलंपिक 2016 में दीपा के प्रदर्शन को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड दिया था। इसके अलावा उन्हें पद्मश्री भी दिया जा चुका है।
मेडल्स का ढेर लगा चुकी हैं दीपा
2007 से लेकर अब तक कर्माकर ने स्टेट, नेशनल और इंटरनेशनल चैंपियनशिप में कुल 77 मेडल जीते हैं जिनमें 67 गोल्ड मेडल शामिल हैं। 2011 में भारत के नेशनल गेम्स में दीपा ने त्रिपुरा को रिप्रजेंट करते हुए गोल्ड मेडल जीता था। 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स और 2015 एशियन चैंपियनशिप में दीपा ने कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा जुलाई 2018 में वह ग्लोबल इवेंट पर गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट भी बनी थीं।