...तो क्या इस कारण कपिल देव ने क्रिकेट सलाहकार समिति से दिया इस्तीफा!
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम को अपनी कप्तानी में पहली बार विश्व विजेता बनाने वाले कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) के अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
हालांकि, अभी तक यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि आखिर क्यों उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। गौरतलब है कि इससे पहले CAC की एक और सदस्य शांता रंगास्वामी भी अपना पद छोड़ चुकी हैं।
बता दें कि कपिल देव CAC के प्रमुख थे।
समिति
CAC ने ही रवि शास्त्री को दोबारा चुना था भारतीय टीम का कोच
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्रिकेट सलाहकार समिति को ही BCCI ने भारतीय महिला और पुरुष क्रिकेट टीम के कोच चुनने की जिम्मेदारी दी थी।
हाल ही में इस समिति ने ही रवि शास्त्री को दोबारा भारतीय टीम का हेड कोच नियुक्त किया था। वहीं इससे पहले इस समिति ने ही डब्ल्यूवी रमन को भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हेड कोच चुना था।
कपिल ने ई-मेल के ज़रिए प्रशासकों की समिति (CoA) को अपने फैसले की जानकारी दी।
नोटिस
हितों के टकराव का नोटिस मिलने के बाद रंगास्वामी ने छोड़ा था पद
बता दें कि शांता रंगास्वामी ने अपने पद से तब इस्तीफा दिया था जब कपिल देव और अंशुमन गायकवाड़ के साथ उन्हें भी BCCI के एथिक्स ऑफिसर (लोकपाल) डीके जैन ने पिछले महीने सितंबर में हितों के टकराव का नोटिस भेजा था।
अब कपिल ने भी CAC के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया, तो क्या यह मान लिया जाए कि हितों के टकराव का नोटिस मिलने की वजह से ही कपिल ने अपने पद से इस्तीफा दिया है?
शिकायत
संजीव गुप्ता ने की थी CAC के सदस्यों के खिलाफ शिकायत
मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्य संजीव गुप्ता ने सितंबर में CAC के सदस्यों के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत में संजीव ने दावा किया था कि CAC के सदस्य कई भूमिकाएं एकसाथ निभा रहे हैं।
गुप्ता ने कहा था, "कपिल देव इसलिए हितों का टकराव कर रहे हैं क्योंकि वह कमेंटेटर हैं, फ्लडलाइट कंपनी के मालिक हैं और भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन के सदस्य भी हैं। वहीं शांता रंगास्वामी भी भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन समेत अन्य भूमिकाओं को निभा रही हैं।"
शिकायत
इस शिकायत के बाद लोकपाल ने जारी किया था नोटिस
बता दें कि संजीव गुप्ता की शिकायत के बाद ही लोकपाल डीके जैने ने क्रिकेट सलाहकार समितियों को नोटिस जारी किया था।
इस नोटिस के मिलने के बाद ही कपिल और रंगास्वामी ने अपने-अपने पद से इस्तीफा दिया है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि कपिल ने हितों के टकराव के कारण ही CAC के प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया है।
बता दें कि CAC सदस्यों में कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी जैसे दिग्गज थे।