जोस बटलर और मोईन अली ने 'मांकडिंग' पर प्रतिक्रिया देते हुए किया इसका विरोध
मांकडिंग को लेकर चर्चा फिलहाल जोरों पर है और तमाम लोग इसको लेकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। हाल ही में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ मांकडिंग का इस्तेमाल किया था। इसके बाद हुई चर्चा के बीच मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने बयान जारी करते हुए इसे नियमों के अनुसार ही बताया था। हालांकि, जोस बटलर और मोईन अली ने इस तरह से बल्लेबाज को आउट करने का विरोध किया है।
बल्लेबाज को वापस बुला लूंगा- बटलर
TalkSPORT के साथ बात करते हुए जोस बटलर ने कहा कि वह बल्लेबाज को वापस बुला लेंगे। उन्होंने आगे कहा, "कोई भी इसे मैच में नहीं देखना चाहता क्योंकि इससे उस समय काफी सवाल खड़े होते हैं जब मुकाबला बल्ले और गेंद के बीच में होना चाहिए और लोगों को एक बढ़िया मैच देखने का मौका मिलना चाहिए। ये सारी चीजें हमेशा काफी गलत मौके पर ही होती हैं।"
यह मेरी चीज नहीं है- मोईन
मोईन अली का कहना है कि यह उनकी चीज नहीं है और वह इसका इस्तेमाल तभी करेंगे जबकि वह किसी पर बहुत अधिक गुस्सा होंगे। उन्होंने आगे कहा, "यह नियमों के हिसाब से है तो जो लोग ऐसा कर रहे हैं वो सही हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि यह लगातार होने वाली चीज मत बने। बचपन में बगीचे में क्रिकेट खेलने के समय भी मैंने इसका इस्तेमाल नहीं किया था।"
क्यों चर्चा में हैं मांकडिंग?
सीरीज के आखिरी मैच में दीप्ति शर्मा ने इंग्लैंड की शार्लेट डीन को मांकडिंग किया था। इंग्लैंड को जीत के लिए 39 गेंदों में 17 रन चाहिए थे और उनका एक विकेट शेष था। दीप्ति ने डीन को गेंद फेंकने से पहले ही काफी आगे जाते देख लिया था और उन्होंने गिल्लियां बिखेर दीं। नियमों के मुताबिक डीन को आउट करार दिया गया, लेकिन इसके बाद क्रिकेट जगत में इसको लेकर काफी गर्मागर्मी देखने को मिल रही है।
MCC ने क्या कहा था?
MCC ने कहा था, "कानून स्पष्ट है, क्रिकेट 'खेल भावना' से खेला जाता है। सम्मानजनक बहस स्वस्थ है और जारी रहनी चाहिए। नॉन-स्ट्राइकरों के लिए MCC का संदेश स्पष्ट है, जब तक वे गेंद को गेंदबाज के हाथ से निकलते हुए नहीं देख लेते हैं, तब तक उन्हें क्रीज नहीं छोड़ना चाहिए। कल वास्तव में एक रोमांचक मैच का एक असामान्य अंत था, इसे ठीक से अंजाम दिया गया था और इसे और कुछ नहीं माना जाना चाहिए।"