आयरलैंड बनाम भारत: जसप्रीत बुमराह बने 'प्लेयर ऑफ द सीरीज', जानिए कैसा रहा प्रदर्शन
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम ने आयरलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ 3 मैचों की टी-20 सीरीज को 2-0 से जीत लिया। दरअसल, सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच बारिश की भेंट चढ़ गया। लगातार बारिश के कारण मैच बिना टॉस हुए ही रद्द कर दिया गया।
इस सीरीज में जसप्रीत बुमराह ने कमाल का प्रदर्शन किया, जिसके लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' चुना गया।
आइए इस सीरीज में बुमराह के प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं।
प्रदर्शन
संयुक्त रूप से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे बुमराह
लंबे समय के बाद चोट से उबरते हुए टी-20 सीरीज में खेल रहे बुमराह ने अपने दोनों मैचों में 4-4 ओवर किए।
एक तरफ वह फिटनेस के पैमाने पर खरे उतरते हुए नजर आए तो दूसरी तरफ उनका प्रदर्शन भी अच्छा रहा।
सीरीज में कप्तानी कर रहे बुमराह ने 2 मैचों में 9.75 की औसत के साथ 4 विकेट लिए।
उनके अलावा प्रसिद्ध कृष्णा और रवि बिश्नोई ने भी 4-4 विकेट लिए।
इकॉनमी
सीरीज में 5 से कम रहा बुमराह का इकॉनमी रेट
बुमराह दोनों मैचों में किफायती गेंदबाज रहे। उन्होंने पहले मैच में 6 की इकॉनमी रेट से 24 रन दिए।
दूसरे मैच में उन्होंने 3.75 की बेहतरीन इकॉनमी रेट से सिर्फ 15 रन दिए।
दोनों मैचों को मिलाकर उन्होंने 4.88 की इकॉनमी रेट से रन दिए। वह सीरीज में सबसे किफायती गेंदबाज रहे।
उनके बाद दूसरे सबसे किफायती गेंदबाज क्रेग यंग रहे, जिन्होंने 6.42 की इकॉनमी रेट के साथ रन दिए।
करियर
अश्विन और पांड्या से आगे निकले बुमराह
बुमराह ने सीरीज के दौरान विकेटों के मामले में अनुभवी रविचंद्रन अश्विन (72) और हार्दिक पांड्या (73) को पीछे छोड़ दिया।
बुमराह ने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 62 मैचों में 19.66 की औसत और 6.55 की उम्दा इकॉनमी रेट के साथ 74 विकेट लिए हैं।
खेल के सबसे छोटे प्रारूप में भारत की ओर से उनसे ज्यादा विकेट सिर्फ युजवेंद्र चहल (96) और भुवनेश्वर कुमार (90) ने लिए हैं।
सम्मान
बतौर कप्तान 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' चुने गए बुमराह
किसी टी-20 सीरीज में बुमराह पहली बार भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे थे और बतौर कप्तान डेब्यू में वह 'प्लेयर ऑफ सीरीज' चुने गए।
वह सिर्फ दूसरी बार टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' चुने गए हैं।
भारतीय गेंदबाजों में उनसे ज्यादा सीरीज का यह सम्मान सिर्फ भुवनेश्वर (3 बार) ने हासिल किया है।
इसमें कोई शक नहीं है कि सीरीज में अपनी गेंदबाजी के साथ-साथ बुमराह ने कप्तानी में भी प्रभाव किया है।