वर्तमान समय के सबसे ज़्यादा अंडररेटेड ऑलराउंडर हैं जेसन होल्डर- सचिन तेंदुलकर
क्या है खबर?
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को लगता है कि वर्तमान समय में जेसन होल्डर सबसे ज़्यादा अंडररेटेड ऑलराउंडर हैं।
तेंदुलकर ने यह भी कहा कि वेस्टइंडीज के कप्तान ने लगातार निरंतरता के साथ प्रदर्शन किया है।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच आज से शुरु हो रही टेस्ट सीरीज़ से पहले सचिन ने यह बयान दिया है।
तीन मैचों की इस टेस्ट सीरीज़ के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी हो रही है।
बयान
होल्डर सबसे ज़्यादा अंडररेटेड ऑलराउंडर- सचिन
तेंदुलकर ने कहा, "होल्डर वर्तमान समय के सबसे ज़्यादा अंडररेटेड ऑलराउंडर हैं क्योंकि फील्ड पर आप केमार रोच या शैनन गैब्रिएल को देखेंगे, लेकिन जब आप स्कोरबोर्ड पर नजर डालेंगे तब पता चलेगा कि होल्डर ने तीन विकेट ले लिए हैं।"
बयान
निरंतरता के साथ प्रदर्शन करते हैं होल्डर- सचिन
तेंदुलकर को लगता है कि अंडररेटेड खिलाड़ी होने के बावजूद होल्डर विपरीत परिस्थितियों में वेस्टइंडीज के लिए गेंद और बल्ले दोनों से अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
उन्होंने कहा, "जब वह बल्लेबाजी करते हैं तो उन्होंने जरूरत पर महत्वपूर्ण 50-55 रनों की पारियां खेली हैं। वह एक अंडररेटेड खिलाड़ी हैं, लेकिन वह लगातार टीम की मदद करते हैं। वह आपकी टीम में होने वाले अदभुत खिलाड़ी हैं।"
टेस्ट करियर
ऐसा रहा है होल्डर का टेस्ट करियर
पांच साल से ज़्यादा बड़े टेस्ट करियर में होल्डर ने 40 मैचों में 32.72 की औसत के साथ 1,898 रन बनाए हैं जिसमें तीन शतक और आठ अर्धशतक शामिल हैं।
उन्होंने इस दौरान 26.37 की अदभुत औसत के साथ 106 विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने छह बार पारी में पांच या उससे ज़्यादा और एक बार मैच में 10 विकेट लिए हैं।
वेस्टइंडीज के कप्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ बारबाडोस में 202 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
जानकारी
नंबर एक टेस्ट ऑलराउंडर हैं होल्डर
सर गैरी सोबर्स के बाद टेस्ट ऑलराउंडर्स की लिस्ट में नंबर एक पर रहने वाले होल्डर केवल दूसरे वेस्टइंडीज के खिलाड़ी हैं। वह करियर बेस्ट 473 प्वाइंट्स के साथ नंबर एक टेस्ट ऑलराउंडर हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी
आज से होगी इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी
कोरोना वायरस के कारण इस साल मार्च से ही इंटरनेशनल क्रिकेट पर रोक लगी है।
हालांकि, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच आज से शुरु हो रही सीरीज़ के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी होगी।
सीरीज़ का पहला मैच एजेस बाउल में खेला जाएगा तो वहीं सीरीज़ के अन्य दो मैच ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जाएंगे।
कैरेबियन टीम 1988 के बाद इंग्लैंड में पहली टेस्ट सीरीज़ जीतने की कोशिश करेगी।