संन्यास लेने के बाद इरफान पठान ने ग्रेग चैपल को लेकर किया खुलासा, कही ये बात
क्या है खबर?
भारतीय टीम के बॉलिंग ऑलराउंडर इरफान पठान ने शनिवार को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। संन्यास लेने के बाद रविवार को इरफान ने अपने करियर को लेकर बड़ा खुलासा किया।
इरफान ने कहा कि पहले की तरह टीम से बाहर होने वक्त मेरी स्विंग वैसे ही थी और मेरे प्रदर्शन में गिरावट के लिए तत्कालीन कोच ग्रेग चैपल को दोष देना सिर्फ मुद्दों को भटकाना था।
आइये विस्तार से जानते हैं कि इरफान ने क्या कुछ कहा।
इंटरनेशनल क्रिकेट
'जिस उम्र में खिलाड़ी इंटरनेशनल करियर शुरु करते हैं, उस उम्र में मैंने आखिरी मैच खेला'
इरफान पठान ने कहा कि जिस उम्र में ज्यादातर खिलाड़ी अपना इंटरनेशनल करियर शुरु करते हैं, मैंने उस उम्र में अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेल लिया था।
गौरतलब है कि इरफान ने 27 साल की उम्र में भारत के लिए अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था।
हालांकि, एक समय इरफान तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का अहम हिस्सा थे, लेकिन 2012 के बाद उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला।
स्विंग
पूरे मैच में वैसी स्विंग नहीं मिलती, जैसी शुरुआत के 10 ओवर में मिलती है- इरफान
इरफान ने कहा, "मुझे टीम से बाहर करने को लेकर लोगों का ग्रेग चैपल को जिम्मेदार ठहराना सिर्फ मुद्दों को भटकाना था। ऐसी बातें भी सामने आईं कि इरफान खुद ही वापसी के लिए दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "ऐसा भी माहौल तैयार किया गया कि इरफान की स्विंग में पहले जैसी बात नहीं रही। लेकिन, लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि पूरे मैच में वैसी स्विंग नहीं मिलती, जैसी शुरुआत के 10 ओवर में मिलती है।"
स्विंग
मैं आज भी गेंद को स्विंग कराने में सक्षम हूं- इरफान
इरफान ने कहा, "मैं आज भी गेंद को स्विंग कराने में सक्षम हूं। लोग मेरे प्रदर्शन को लेकर बात करते हैं, लेकिन मेरा काम अलग तरह का था। मुझे रनों पर अंकुश लगाने का काम सौंपा गया था, क्योंकि मैं पहले बदलाव के रूप में गेंदबाज़ी करने आता था।"
उन्होंने कहा, "मुझे याद है कि श्रीलंका में 2008 में मैच जीतने के बाद भी मुझे टीम से बाहर कर दिया गया था। क्या जीतने के बाद कोई बाहर होता है?"
भारतीय टीम
हां, मैं हमेशा तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहता था- इरफान
कई पूर्व क्रिकेटरों का मानना था कि इरफान लंबी अवधि तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेल सकते थे, लेकिन कुछ का यह भी मानना था कि उन्हें तीनों फॉर्मेट में खिलाना सही नहीं होगा।
इस पर इरफान ने कहा, "हां, मैं हमेशा तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहता था। मैं 2009-10 में पीठ दर्द से परेशान रहा। मुझे कई तरह के स्कैन कराने पड़े, जो शरीर के लिए सही नहीं होते। लेकिन, मैंने दर्द की वास्तविक वजह जानने के लिए ऐसा किया था।"
स्पीड
हां, मेरी स्पीड कम हुई थी, क्योंकि मैं पूरी तरह से फिट नहीं था- इरफान
इरफान ने आगे कहा कि दुर्भाग्य से तब हमारे पास वैसी मशीनें नहीं थीं, जिससे साफ पता चल पाता कि मेरी पीठ दर्द का असल कारण क्या है? मैं दो साल तक पीठ दर्द से जूझता रहा था, लेकिन मैंने रणजी क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा था।
उन्होंने आगे कहा, "तमाम चुनौतियों के बावजूद मैंने अपनी तरफ से पूरे प्रयास किए। हां, उस दौरे में मेरी स्पीड कम हुई थी, क्योंकि मैं पूरी तरह से फिट नहीं था।"
बयान
मैंने देश के लिए दोबारा खेलने के पूरे प्रयास किए- इरफान
इरफान ने आगे कहा, "मैंने रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा की अगुआई भी की। मैं देश के लिए खेलना चाह रहा था और टेस्ट क्रिकेट में वापसी करना चाहता था।" पठान ने अपने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले की तारीफ भी की।
इंटरनेशनल क्रिकेट
अक्टूबर 2012 में आखिरी बार भारत के लिए खेले थे इरफान
इरफान ने भारत के लिए आखिरी इंटरनेशनल मैच दिसंबर 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। वहीं, टेस्ट में इरफान अप्रैल 2008 में आखिरी बार भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे।
2017 के बाद से इरफान इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का भी हिस्सा नहीं हैं। IPL में इरफान ने अलग-अलग टीमों से 103 मैच खेले हैं।
इरफान 2007 टी-20 विश्व कप के फाइनल मुकाबले में 'मैन ऑफ द मैच' रहे थे। टूर्नामेंट में इरफान ने 10 विकेट लिए थे।
करियर
इरफान पठान का इंटरनेशनल व IPL करियर
भारत के लिए 29 टेस्ट मैचों में इरफान पठान ने 1,105 रन और 100 विकेट अपने नाम किए हैं। टेस्ट में इरफान के नाम एक शतक भी दर्ज है।
वहीं वनडे क्रिकेट के 120 मैचों में इस ऑलराउंडर खिलाड़ी ने 1,544 रन और 173 विकेट अपने नाम किए हैं। साथ ही 24 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में इरफान के नाम 172 रन और 28 विकेट हैं।
IPL के 103 मैचों में इरफान के नाम 1,544 रन और 80 विकेट हैं।