IPL 2020: मुंबई इंडियंस फिर बनी चैंपियन, ये रहीं टूर्नामेंट की अहम बातें
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन का खिताब मुंबई इंडियंस (MI) ने दिल्ली कैपिटल्स (DC) को पांच विकेट से हराकर जीत लिया। इसके साथ ही MI ने पांचवी बार (सबसे ज्यादा) इस प्रतिष्ठित खिताब को अपने नाम किया है। इससे पहले रोहित शर्मा की अगुवाई में ही MI ने 2013, 2015, 2017 और 2019 में IPL फाइनल जीता है। आइए IPL के इस सीजन की कुछ उल्लेखनीय चीजों पर एक नजर डालते हैं।
पूरे टूर्नामेंट में हावी रही मुंबई इंडियंस
लीग स्टेज में दमदार प्रदर्शन के बाद प्ले-ऑफ में क्वालीफाई करने वाली MI पहली टीम बनी थी और उसके बाद पहला क्वालीफायर जीतकर फाइनल में भी सबसे पहले जगह बनाई। लसिथ मलिंगा की गैरमौजूदगी में भी जसप्रीत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट ने गेंदबाजी में दबदबा बनाकर रखा। अपने शुरुआती तीन में से दो मैच (CSK और RCB) हारने के बाद टीम ने जबरदस्त वापसी की और अंक तालिका में शीर्ष स्थान हसिल किया।
पहली बार IPL के फाइनल में पहुंची DC
IPL इतिहास में दिल्ली कैपिटल्स ने पहली बार फाइनल में अपनी जगह बनाई थी। हालांकि, खिताबी मुकाबले में MI से हार के साथ टीम उपविजेता रही। लीग स्टेज के बाद DC ने दूसरे पायदान पर रहते हुए प्ले-ऑफ में अपनी जगह बनाई थी। युवा कप्तान श्रेयस अय्यर और टीम के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग के अहम रोल के कारण ही टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया। आपको बता दें DC ने लगातार दूसरे साल प्ले-ऑफ के लिए क्वालीफाई किया था।
पहली बार प्ले-ऑफ में नहीं पहुंच सकी CSK
IPL के इतिहास में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) पहली बार प्ले-ऑफ में अपनी जगह नहीं बना पाई। धोनी की कप्तानी में टीम ने अपने पहले मैच में MI को हराया था, जिसके बाद टीम के प्रदर्शन में निरंतर गिरावट आई। बता दें इस सीजन में CSK प्ले-ऑफ की रेस से बाहर होने वाली सबसे पहली टीम बनी थी। लीग स्टेज में निराशाजनक प्रदर्शन करने वाली CSK से युवा रितुराज गायकवाड़ और सैम कर्रन ने जरूर प्रभावित किया।
IPL प्रदर्शन से वरुण चक्रवर्ती ने भारतीय टीम में बनाई थी जगह
वरुण चक्रवर्ती ने उम्दा प्रदर्शन से पहली बार भारतीय टीम में जगह बनाई। हालांकि, चोट के कारण वह टीम से बाहर हो गए। इस बार KKR की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले चक्रवर्ती ने एक मैच में पांच विकेट भी लिए थे।
इस सीजन के कुछ उल्लेखनीय प्रदर्शन
DC के शिखर धवन ने इस सीजन में कमाल का प्रदर्शन किया और पहली बार 600 रनों का आंकड़ा पार किया। इस बीच KXIP के कप्तान केएल राहुल 670 रन बनाकर टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर (ऑरेंज कैप) रहे। युवा खिलाड़ियों में ईशान किशन (500+) और देवदत्त पड़िकल (450+) ने अपनी छाप छोड़ी। गेंदबाजों की सूचि में तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा (30), बुमराह (27) और बोल्ट (25) सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।
नाम बड़े और दर्शन छोटे
हर बार की तरह इस बार भी कुछ बड़े खिलाड़ी नाम के अनुरूप प्रदर्शन नहींं कर सके। सबसे महंगे खिलाड़ी रहे पैट कमिंस केवल 12 विकेट ही ले सके। वहीं उनके साथी खिलाड़ी आंद्रे रसेल (117 रन, 6 विकेट) के लिए यह सीजन किसी बुरे सपने जैसा रहा। दूसरी तरफ KXIP के स्टार ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने केवल 108 रन ही बनाए। वहीं एमएस धोनी ने अपने IPL करियर का सबसे खराब प्रदर्शन करते हुए सिर्फ 200 रन बनाए।