
टी-20 क्रिकेट: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत पर नजर
क्या है खबर?
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने नॉटिंघम में खेले गए पहले टी-20 मुकाबले में इंग्लैंड को 97 रन से करारी शिकस्त दी। कप्तान स्मृति मंधाना ने 62 गेंदों पर 112 रन की धमाकेदार शतकीय पारी खेली और टीम को 210/5 के मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। जवाब में इंग्लैंड 14.5 ओवर में सिर्फ 113 रन पर ढेर हो गई। इस जोरदार जीत के बाद आइए टी-20 में रनों के लिहाज से भारत को मिली सबसे बड़ी जीत पर एक नजर डालते हैं।
#1
142 रन बनाम मलेशिया, 2018
महिला टी-20 में भारत की सबसे बड़ी जीत 2018 के एशिया कप में मलेशिया के खिलाफ आई थी। टीम ने 142 रन से मुकाबला जीता था। कुआलालंपुर में खेले गए मैच में मिताली राज ने नाबाद 97 रन की पारी खेलते हुए भारत को 169/3 के स्कोर तक पहुंचाया। जवाब में मलेशिया की टीम सिर्फ 27 रन पर 13.4 ओवर में सिमट गई। उनकी 6 बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सकीं। पूजा वस्त्राकर ने 3 रन देकर 6 विकेट झटके।
#2
104 रन बनाम यूएई, 2022
साल 2022 में सिलहट में खेले गए महिला एशिया कप मुकाबले में भारत ने यूएई को 104 रन से करारी मात दी थी। जेमिमा रोड्रिगेज ने 45 गेंदों में नाबाद 75 रन की तूफानी पारी खेली थी, जबकि दीप्ति शर्मा ने 49 गेंदों में 64 रन जड़ते हुए भारत का स्कोर 178/5 तक पहुंचाया था। जवाब में यूएई की टीम शुरुआत से ही दबाव में रही और पूरे 20 ओवर खेलने के बावजूद सिर्फ 74/4 का स्कोर ही बना सकी।
#3
100 रन बनाम बारबाडोस, 2022
साल 2022 के राष्ट्रमंडल खेल के ग्रुप मैच में भारत ने बारबाडोस को 100 रन से हराया था। बर्मिंघम में खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 162/4 का स्कोर बनाया। जेमिमा ने 56* रन की शानदार पारी खेली, जबकि शफाली वर्मा (43) और दीप्ति (34*) ने भी अहम योगदान दिया। जवाब में बारबाडोस की टीम पूरी तरह बिखर गई और 62/8 का स्कोर ही बना सकी। रेणुका सिंह ने 10 रन देकर 4 विकेट झटके।
#4
97 रन बनाम इंग्लैंड, 2025
नॉटिंघम में इंग्लैंड पर भारत की 97 रन की जीत महिला टी-20 में रनों के लिहाज से भारत की चौथी सबसे बड़ी जीत रही। मंधाना और शफाली ने पहले विकेट के लिए 77 रन जोड़े। इसके बाद मंधाना ने हरलीन देओल (43) के साथ 94 रन की अहम साझेदारी की। भारत ने 210/5 का स्कोर बनाया। इंग्लैंड की पारी 14.5 ओवर में 113 रन पर सिमट गई। कप्तान नेट स्किवर-ब्रंट (66) अकेले संघर्ष करती रहीं, लेकिन बाकी बल्लेबाज नाकाम रहे।