भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका: शफाली वर्मा ने जड़ा पहला टेस्ट शतक, ये बनाए रिकॉर्ड्स
क्या है खबर?
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सलामी बल्लेबाज शफाली वर्मा ने दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच के पहले दिन बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ा।
यह उनके टेस्ट करियर का पहला ही शतक रहा, जिसे उन्होंने 113 गेंदों में पूरा किया।
उनकी इस पारी की बदौलत ही भारतीय टीम पहले ही दिन बड़े स्कोर की ओर अग्रसर हो गई।
आइए शफाली की पारी और आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
बल्लेबाजी
कैसी रही शफाली की पारी और साझेदारी?
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को शफाली और उनकी सलामी साझेदार स्मृति मंधाना ने शानदार शुरुआत दिलाई।
दोनों ने लंच से पहले अपने-अपने अर्धशतक पूरे किए और टीम के स्कोर को बिना किसी नुकसान के 135 तक पहुंचा दिया।
लंच के बाद भी दोनों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपने-अपने शतक पूरे किए। दोनों के बीच रिकॉर्ड साझेदारी भी हुई।
वह अपने शतक तक 17 बार गेंद को सीमा रेखा के बाहर पहुंचा चुकी थीं।
रिकॉर्ड
शफाली ने टेस्ट क्रिकेट में जड़ा सबसे तेज शतक
इस शतक के साथ शफाली महिला टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक जड़ने वाली खिलाड़ी बन गई हैं।
उन्होंने इस मामले में इंग्लैंड की जेनेट ब्रिटिन को पीछे छोड़ दिया है, जिन्होंने 1984 में ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ 137 गेंदों में शतक जड़ा था।
हालांकि, शफाली के कुछ देर बाद ही मंधाना ने भी ब्रिटिन को पीछे छोड़कर 122 गेंदों में अपना शतक पूरा कर लिया। वह इस सूची में दूसरे नंबर पर आ गई हैं।
उपलब्धि
शफाली और मंधाना ने हासिल की यह खास उपलब्धि
शफाली और मंधाना ने शतकीय पारियां खेलकर एक बड़ी उपलब्धि भी अपने नाम की है।
महिला टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह सिर्फ दूसरा मौका है, जब दोनों सलामी बल्लेबाजों ने शतक लगाए हैं।
पहली बार यह कारनामा साल 2004 में हुआ था। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम के बीच खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड की सलामी बल्लेबाज चार्लोट एडवर्ड्स ने 117 और लौरा न्यूटन ने 103 रन की पारी खेली थी।
करियर
कैसा रहा है शफाली का टेस्ट करियर?
शफाली ने साल 2021 में इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ अपने टेस्ट क्रिकेट करियर का आगाज किया था।
वह अब तक 5 मैच खेल चुकी है, जिसकी 9 पारियों में 52.75 की औसत और 66.14 की स्ट्राइक रेट से 426* रन अपने नाम कर चुकी हैं।
वह इस शतक के अलावा 3 अर्धशतक भी जड़ चुकी हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इसी मैच में आया है। वह टेस्ट करियर में केवल एक बार नाबाद रही हैं।